दिल्ली एनसीआर में एक छोटे से आशियाने के तलाश में बहुत सारे लोगों ने ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सोसाइटियो में 10 साल पहले अपनी जिंदगी भर की कमाई लगाई, किंतु बिल्डरों की चोरी, कालाबाजारी और प्रोजेक्ट को अधूरा छोड़ कर भाग जाने के बाद सरकारों ने उनकी मदद के नाम पर एनसीएलटी के जरिए प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए आई आरपी यानी समाधान प्रोफेशनल को नियुक्त कर दिया । अब इन निवासियों के लिए यह समाधान प्रोफेशनल भागे हुए बिल्डर की ओर से ही ब्याज वाले साहूकारों की तरह काम कर रहे हैं लोगों का आरोप है कि यह आई आरपी असल में बिल्डरों के लिए ज्यादा उगाही के कमाई का साधन बन गए है ।
ऐसा ही एक प्रकरण ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित अर्थ कौन संस्कृति और कासा रॉयल सोसाइटी में एनसीएलटी द्वारा नियुक्त आई आर पी के गौरव कटियार पर बिजली पानी बंद करने के आरोप को लेकर लगाए गए हैं संस्कृति अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों का आरोप है कि आईआरपी गौरव कटियार ने 400 से अधिक लोगों को कोर्ट के नोटिस की आड़ में उनका लिफ्ट संचालन कॉमन एरिया की बिजली और पानी जैसी एसेंशियल सर्विसेज को बंद कर दिया है।
बुधवार शाम 5:00 बजे इस कार्यवाही को शुरू किया गया जिसके बाद सोसायटी के लोगों ने कोतवाली पहुंचकर गुहार लगाई पुलिस के हस्तक्षेप के बाद रात करीब 11:30 बजे बिजली पानी और लिफ्ट का संचालन शुरू हो सका जिसके बाद निवासियों का आरोप है कि गौरव कटियार ने एक और नोटिस जारी किया इसमें दोबारा 14 जुलाई से बिजली पानी और लिफ्ट का संचालन बंद करने को कहा गया है
सोसायटी के लोगों ने एनसीआर खबर को बताया आईआरपी गौरव कटियार ने एनसीईआरटी को गुमराह किया है कि कोई भी निवासी मेंटेनेंस का भुगतान नहीं कर रहा है जबकि सच ये कि बिजली का प्रीपेड मीटर लगाया है, लोग पहले रिचार्ज कराते हैं फिर बिजली का इस्तेमाल करते हैं आईआरपी लोगों से कमर्शियल दरों पर बिजली का बिल पहले ही ले रहा था
इन सभी मुद्दों को लेकर एनसीआर खबर ने जब आईआरपी गौरव कटियार से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने फोन उठाते ही इसे कोर्ट के आदेशानुसार बताया जिसके बाद एनसीआर खबर ने कहा कि पहले हमारा प्रश्न तो सुन लीजिए उन्होंने कहा कि जब आप माइंड मेकअप करके प्रश्न पूछोगे तो मेरे पास जवाब नहीं है आप अपने प्रश्न मुझे ईमेल कर दीजिए, एनसीआर खबर के द्वारा फोन पर जवाब देने पर उन्होंने कहा कि मैं आपको प्रश्नों के उत्तर देने के लिए बाध्य नहीं हूं और फोन काट दिया।