नोएडा में भाजपा नेता की गिरफ्तारी के बाद भाजपा के कार्यकर्ताओं द्वारा पुलिस के खिलाफ धरने पर बैठने के बाद कांग्रेस भी राजनीति में कूद पड़ी है कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस मामले पर सवाल उठाते हुए कहा है
हमारे कार्यकर्ताओं को भाजपा सरकार एक ज्ञापन देने के लिए गिरफ्तार कर लेती है लेकिन भाजपा का हाल देख लीजिए! भारतीय जनता पार्टी के पूर्व महानगर अध्यक्ष ने एक व्यक्ति को पीटा। पुलिस ने आरोपी भाजपाई को गिरफ्तार कर लिया। इसके विरोध में नोएडा भाजपा के तमाम नेता थाने के बाहर धरने पर बैठ गए। शहर में धारा 144 लगी है। सोशल डिस्टेंशिंग के नियमों को तोड़ा गया। अब शहर की जनता पूछ रही है, क्या धारा 144 केवल आम आदमी के लिए है?
जिलाध्यक्ष युवा कांग्रेस नोएडा पुरुषोत्तम नागर ने इस पर अपने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सत्ता की हनक व सत्ता के नशे में भाजपा नेताओं ने नोएडा थाना सेक्टर 24 के सामने लॉकडाउन मे सामाजिक दूरी ,धारा 144 के साथ कोविड 2019 के नियमों की धज्जियां उड़ाई है ।
नोएडा की जनता योगी जी से पूछना चाहती है कि नियम व कायदे क्या सिर्फ आम लोगो के लिए है ,ये सब कुछ सामने देखते हुए भी पुलिस महकमा क्यों पंगु बना हुआ है ।इसी नोएडा पुलिस ने हमारे नेताओं पर फर्जी सोशल डिस्टनसिंग का मुकदमा दर्ज किया था।देश मे कानून सब के लिए बराबर है ,सत्ता धारी व आम जन मानस के लिये कानून अलग नही हो सकता ।
इससे पूर्व समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अनिल यादव भी प्रदर्शन को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं पर कार्यवाही करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सवाल पूछ चुके हैं
वहीं भाजपा नेता नरेश शर्मा का कहना है कि उनको जान बुझकर फसाया गया है। उन्होने कुछ दिन पहले ही पुलिस के पोल खोले थे। लेकिन दूसरी तरफ पुलिस ने जो कारवाई की है वो लाॅक डाउन मे किरायेदार के साथ मार-पीट करने की है और किराया देने के लिए दबाव बनाने की है। पुलिस रिपोर्ट केअनुसार नरेश शर्मा पर लाॅक डाउन के कारण काम धंधा बंद होने के कारण किराया देने मे असमर्थ होने पर अपने पीजी ने रहने वाले लड़को के साथ मार-पीट का आरोप है।