main newsएनसीआरनोएडा

दुर्गा ने नहीं गिरवाई दीवार, खुद गांव वालों ने तोड़ी: डीएम

रेत माफिया की नाक में नकेल डालने वालीं एसडीएम दुर्गा शक्ति नागपाल के सस्पेंशन के केस में डीएम की रिपोर्ट और गांव वालों के बयान के बाद नया मोड़ आ गया है। जिस निर्माधीन मस्जिद की दीवार को गिराने को लेकर उन्हें निलंबित किया गया, वह दीवार उन्होंने गिराई ही नहीं। यूपी सरकार को भेजी गई अपनी रिपोर्ट में गौतमबुद्धनगर के डीएम ने कहा है कि यह दीवार गांव वालों ने खुद गिराई है। गौरतलब है कि इसी दीवार को गिराने के ऑर्डर के बाद सांप्रदायिक तनाव पैदा होने के खतरे का हवाला देकर उन्हें सस्पेंड किया गया है। हालांकि, गांव वालों का बयान ठीक इसके उलट है। उनका आरोप है कि दुर्गा ने ही मस्जिद की दीवार गिरवाई है और इसके लिए वे दुर्गा के निलंबन को सही मानते हैं।

गांव वालों ने खुद दीवार गिराई: डीएम
डीएम ने अपनी रिपोर्ट में कहा है, ग्रेटर नोएडा के कादलपुर गांव में अवैध निर्माण की गतिविधियों के मद्देनजर नागपाल पहुंची जरूरी थीं, लेकिन उन्होंने मामला बातचीत से सुलझा लिया था। वहां जो कंस्ट्रक्शन शुरू ही हुआ था उसके बारे में यह क्लियर नहीं है कि वह धार्मिक स्थल था या नहीं। नागपाल ने गांव वालों से कहा कि वे या तो सरकारी नियमों के अनुसार धार्मिक स्थल बनाएं या फिर गैर कानूनी ढांचा गिरा दें। तब गांव वालों ने खुद ही यह ढांचा गिरा दिया था। कोई सरकारी मशीनरी इस काम में उपयोग नहीं लाई गई।

नहीं थी सांप्रदायिक तनाव की गुंजाइश
यूपी की अखिलेश सरकार के पक्ष के उलट कादलपुर गांव के कुछ लोगों और जिला पुलिस ने धार्मिक सद्भाव बिगड़ने के दावे को सिरे से खारिज कर दिया है। यहां के लोगों का कहना है कि इस धार्मिक स्थल का निर्माण गांव के सभी धर्मों के लोगों की सहमति से हो रहा था और इसलिए दंगा भड़कने के हालत थे ही नहीं। तब क्या वजह थी कि नोएडा की 28 साल की आईएएस ऑफिसर दुर्गा शक्ति को रविवार सुबह आनन-फानन में सस्पेंड कर दिया गया।

SP के सीनियर नेता ने इसलिए करवाया सस्पेंशन?
सूत्रों का कहना है, गौतम बुद्ध नगर में रेत खनन की गतिविधियों से समाजवादी पार्टी के एक सीनियर नेता सीधे तौर पर जुड़े हुए हैं। नागपाल के रेत माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने से उसके खुद के हितों पर चोट पहुंची और उन्होंने नागपाल के ट्रांसफर की कई कोशिशें कीं। लेकिन, जब उनका ट्रांसफर वह नहीं करवा सके तो निर्माणाधीन धार्मिक स्थल के गिराए जाने की घटना को उन्होंने अपने फेवर में भुना लिया।

नागपाल ने ही गिराई दीवार: गांव वाले
उधर, गांव वालों का कहना है कि वे लोग इस बात से नाखुश हैं कि बिना नोटिस दिए इस दीवार को नागपाल ने गिरवा दिया। गांव वालों का कहना है कि उन्होंने नागपाल से 2 दिन की मोहलत मांगी थी और मिन्नतें करने के बाद भी नागपाल ने यह कदम उठाया। गांव वाले नागपाल के सस्पेंशन को सही मानते हैं। ऐसे में अब डीएम की रिपोर्ट से उलट गांव वालों के बयान से मामला और ज्यादा उलझ गया है।

 

NCR Khabar News Desk

एनसीआर खबर.कॉम दिल्ली एनसीआर का प्रतिष्ठित और नं.1 हिंदी समाचार वेब साइट है। एनसीआर खबर.कॉम में हम आपकी राय और सुझावों की कद्र करते हैं। आप अपनी राय,सुझाव और ख़बरें हमें mynews@ncrkhabar.com पर भेज सकते हैं या 09654531723 पर संपर्क कर सकते हैं। आप हमें हमारे फेसबुक पेज पर भी फॉलो कर सकते हैं

Related Articles

Back to top button