इलाहाबाद रेलवे स्टेशन पर मंगलवार को उस समय सनसनी फैली गई जब पुलिस के पास मोबाइल पर रेलवे स्टेशन उड़ाने की धमकी भरा एसएमएस आया।
मंगलवार सुबह एसएसपी मोहित अग्रवाल को मिले एसएमएस में लिखा था, मैं रेलवे स्टेशन बम से उड़ाने जा रहा हूं। रोक सको तो रोक लो। एसएमएस पढ़ कप्तान ने उसी नंबर पर कॉल किया तो मोबाइल बंद मिला।
एसएसपी के एसएमएस देखते ही होश उड़ गए। तत्काल पुलिस अफसरों को सक्रिय किया गया। रेलवे स्टेशन को छावनी में तब्दील कर छानबीन होने लगी।
एंटी सबोटाज टीम, बम डिस्पोजल स्क्वायड ने जंक्शन का कोना-कोना छानना शुरू कर दिया। जिस मोबाइल नंबर से एसएमएस आया था उसे खंगाला जाने लगा। रेलवे स्टेशन पर पांच घंटे तक अफरातफरी का आलम रहा।
मजा लेने के लिए एसएमएस
पुलिस को मोबाइल की लोकेशन शिवकुटी इलाके में मिली। क्राइम ब्रांच ने छापामारी शुरू कर दी।
दो घंटे बाद पुलिस ने रसूलाबाद के रहने वाले मो. मुस्तफा के बेटे इंतजार को दबोच लिया। जिस नंबर से एसएमएस आया था वह इंतजार ही इस्तेमाल कर रहा था।
पकड़े जाने पर 18 वर्षीय इंतजार झूठ बोलने लगा। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर सीडीआर निकलवाई तो सबकुछ साफ हो गया।
इसके बाद इंतजार ने अपने दोस्त आरिफ को फंसा दिया। उसने कहा एसएमएस आरिफ ने किया है। पुलिस ने दबिश देकर आरिफ को पकड़ा।
दोनों का सामना हुआ तो दोषी इंतजार ही निकला। अंत में इंतजार टूट गया और अपना जुर्म कबूल कर लिया।
एसएसपी मोहित अग्रवाल के मुताबिक, इंतजार ने मजा लेने, पुलिस को परेशान करने को ऐसा किया। बाद में वह दोस्त को भी फंसाना चाहता था। आरोपी कक्षा आठ तक पढ़ा है।