कांग्रेस में भले ही कल सोनिया गांधी को फिर से पार्टी का अंतरिम अध्यक्ष 6 महीने के लिए मान लिया गया है मगर कांग्रेस में अंतर्कलह अभी समाप्त हो गई है यह मानना सही नहीं होगा क्योंकि सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखने वाले 23 नेताओं ने फिर से आगे की रणनीति को लेकर एक बैठक की और उसके बाद कपिल सिब्बल ने ऐसा ट्वीट किया जिसने इस बात को हवा दे दी है कि खेल अभी खत्म नहीं हुआ है।
कपिल सिब्बल ने कहा यह एक पद के बारे में नहीं है यह मेरे देश के बारे में है जिसके बाद संजय झा भी लिखते हैं कि यह तो अंत की शुरुआत है। आपको बता दें कि कल सीवीसी मीटिंग के दौरान कपिल सिब्बल ने एक ट्वीट को डिलीट करके इस बात को हवा दे दी थी कि उनको r.s.s. बीजेपी से मिला हुआ बताया जा रहा है।। ऐसे में बड़ा सवाल यह भी है कि क्या कपिल सिब्बल इन 23 लोगों के साथ मिलकर पूर्व में शरद पवार यह एनडी तिवारी की तरह एक नई कांग्रेस बना सकते हैं इस बात को इस लिए भी समझा जा रहा है कि जिस तरीके से कपिल सिब्बल ने हैं अपने ट्विटर अकाउंट पर कॉन्ग्रेस शब्द को डिलीट किया है वह काफी मायने रखता है
पार्टी की मुश्किलें यहीं खत्म नहीं हो रही पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता पीसी चाको भी कह रहे हैं कि उन्हें लगता है कि नेतृत्व में कुछ चीजें हैं सही की जानी चाहिए हालांकि इसको सार्वजनिक पत्र के तौर पर लिखना गलत है
वही पूर्व प्रधानमंत्री स्व लाल बहादुर शास्त्री के पुत्र और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अनिल शास्त्री भी इस बात को मान रहे हैं कि कांग्रेस पार्टी के वर्तमान नेतृत्व में कुछ चीजों की कमी है जिसमें सबसे महत्वपूर्ण है कि पार्टी के नेताओं के बीच बैठक नहीं होती है किसी भी पार्टी के नेता के लिए पार्टी अध्यक्ष से मिलना आसान नहीं होता है
ऐसे में क्या कांग्रेस एक बार फिर से दो फाड़ होगी या यह सारे विरोधी धीरे-धीरे शांत हो जाएंगे यह देखना बाकी है