गुड़गांव के चीफ ज्यूडीशियल मजिस्ट्रेट (सीजेएम) रवनीत गर्ग पर गीतांजलि के पिता ओमप्रकाश अग्रवाल ने सुपारी देकर बेटी की हत्या कराने का शक जताया है।
इसके साथ ही उन्होंने रवनीत गर्ग के परिजनों पर गीतांजलि की दोनों बेटियों से न मिलने देने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि गीतांजलि की दोनों बेटियां उन्हें दी जाएं।
पंचकूला सेक्टर आठ में अपने आवास पर प्रेस कांफ्रेंस में ओमप्रकाश अग्रवाल ने कहा कि रवनीत को उसके पद से हटाकर तुरंत गिरफ्तार किया जाए। हरियाणा पुलिस की अभी तक की जांच से असंतुष्ट अग्रवाल ने कहा कि रवनीत के पूरे परिवार का नार्को टेस्ट कराया जाए।
इसे लेकर उन्होंने डीजीपी एसएन वशिष्ठ से भी मुलाकात की है। डीजीपी ने भरोसा दिया है कि मामले के हर पहलू की जांच की जाएगी।
अग्रवाल ने कहा कि उनकी दोनों दोहतियों को मिलाया जाए और उन्हें सौंपा जाए। उन्हें डर है कि बिना मां की बच्चियों के साथ कुछ गलत न हो जाए। अग्रवाल के मुताबिक वे पहले भी अपनी दोहतियों का लालन-पालन करते रहे हैं।
क्योंकि गीतांजलि को ससुराल में परेशान किया जाता था और मायके से ही दोनों बच्चियों के लिए सामान भेजते थे। अग्रवाल ने आरोप लगाया है कि शादी के वक्त एक कार दी थी, लेकिन दूसरी कार के लिए परेशान किया गया।
बाद में लोन लेकर दूसरी कार भी दी, लेकिन गीतांजलि को परेशान करना बंद नहीं किया गया। गीतांजलि ने बताया था कि रवनीत तीन-तीन घंटे तक किसी से फोन पर बात करते रहते हैं। उनके कहीं और भी संबंध हैं।
रवनीत के अवैध संबंध ही गीतांजलि की हत्या के कारण बने हैं। अग्रवाल का कहना है कि मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और डीजीपी एसएन वशिष्ठ के भरोसे के बाद सीबीआई जांच कराने की जरूरत महसूस नहीं हो रही।