राजेश बैरागी l क्या पूर्व जिलाधिकारी बी एन सिंह गौतमबुद्धनगर लोकसभा सीट के लिए भाजपा से टिकट मांग रहे प्रत्याशियों में सबसे मजबूत दावेदार हैं?आज सोमवार को नोएडा महानगर भाजपा इकाई ने जिस प्रकार वर्तमान सांसद डॉ महेश शर्मा के पक्ष में खड़े होकर सिंह के खिलाफ मोर्चा खोला है, उससे यह भी संकेत मिले हैं कि गृहमंत्री को घर बुलाकर भोजन कराने के बावजूद डॉ महेश शर्मा को टिकट मिलने के प्रति कोई भरोसा नहीं है।
नोएडा महानगर भाजपा अध्यक्ष मनोज गुप्ता ने आज आनन-फानन में आयोजित प्रेस वार्ता में खुलकर वर्तमान सांसद डॉ महेश शर्मा का पक्ष लिया। हालांकि उन्होंने प्रेस वार्ता की शुरुआत में स्पष्ट तौर पर कहा कि भाजपा का स्थानीय संगठन पार्टी से टिकट मांगने वाले किसी भी दावेदार की पैरोकारी नहीं करेगा। इसके बाद उन्होंने जो कहा उसका लब्बोलुआब यही था कि भाजपा नोएडा कार्यकारिणी पूरी शिद्दत से डॉ महेश शर्मा की उम्मीदवारी के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि पार्टी का टिकट हासिल करने के लिए बहुत से लोगों द्वारा दावे किए जा रहे हैं। इनमें कुछ ब्यूरोक्रेट्स भी हैं। उन्होंने कहा जो लोग सरकारी सेवा में हैं और पार्टी के प्राथमिक सदस्य भी नहीं हैं, उनके द्वारा पार्टी प्रत्याशी होने का दावा पूरी तरह निराधार और गलत है।
ऐसे ब्यूरोक्रेट्स के खिलाफ प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री व राज्य के मुख्य सचिव को शिकायत भेजकर कार्रवाई करने की मांग की जाएगी। हालांकि नोएडा महानगर अध्यक्ष ने पूछने पर टिकट के लिए सक्रिय ब्यूरोक्रेट्स में यहां के पूर्व जिलाधिकारी बी एन सिंह के अतिरिक्त किसी का नाम नहीं लिया। उन्होंने डॉ महेश शर्मा को पार्टी का सच्चा सिपाही बताते हुए उनके विपक्षी गठबंधन इंडिया से टिकट लेकर चुनाव लड़ने की मीडिया रिपोर्ट्स को सिरे से खारिज किया।
गौरतलब है कि आगामी लोकसभा चुनाव की सुगबुगाहट शुरू होते ही गौतमबुद्धनगर में भी भाजपा से टिकट चाहने वाले कई लोग सामने आ गये हैं। इनमें पूर्व विधायक और मंत्री तथा जनप्रिय नेता नवाब सिंह नागर,जेवर विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह, आपातकाल से संघ और भाजपा से जुड़े गोपाल कृष्ण अग्रवाल तथा यहां जिलाधिकारी रहे बी एन सिंह शामिल बताए जा रहे हैं।आज की नोएडा महानगर भाजपा इकाई की डॉ महेश शर्मा के पक्ष में की गई प्रेस वार्ता से भाजपा के ही कई नेताओं ने किनारा कर लिया है। ऐसे नेताओं का कहना है कि जो बात स्वयं सांसद को कहनी चाहिए थी, उसके लिए संगठन का उपयोग किया गया है। ऐसे नेताओं का यह भी मानना है कि बी एन सिंह को निशाना बनाकर अन्य टिकट चाहने वालों से ध्यान हटाने का प्रयास किया गया है।