अक्सर आपके पास आपकी बीमा पॉलिसी समाप्त होने के नाम पर रिन्यू कराने का फोन आता है और आप उस दिए हुए लिंक पर प्रीमियम भरकर ठगी का शिकार हो जाते हैं। कभी-कभी नौकरी के लिए आपको कॉल आता है और उस पर दिए एक लिंक या ओटीपी के नाम पर आपके जीवन भर की कमाई चली जाती है या फिर आप पेटीएम, फोनपे जैसे यूपीआई के बारे में कोई कंप्लेंट करते हैं आपके पास तुरंत एक फोन आता है और आप से पूछता है कि आपकी शिकायत क्या है और उस प्रक्रिया के दौरान भी आपको एक ओटीपी दिया जाता है जिसके बाद आपका बैंक अकाउंट खाली जाता है इस तरीके के साइबरक्राइम नोएडा ग्रेटर नोएडा में रोजाना दर्द हो रहे हैं और इन साइबर क्राइम करने वाले फर्जी कॉल सेंटर लगातार लोगों के साथ धोखा कर रहे हैं
साइबर क्राइम पुलिस को नोएडा ग्रेटर नोएडा में ऐसे 50 से अधिक कॉल सेंटर की शिकायतें मिली है जो खुद को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के साथ अटैच बताकर ठगी कर रहे हैं इनमें कुछ कॉल सेंटर्स को पुलिस ने पकड़ा भी है अब एक नए सिरे से ऐसे कॉल सेंटर्स की पहचान की जा रही है इनके मॉनिटरिंग पुलिस के उच्च अधिकारी कर रहे हैं
लगातार कई कॉल सेंटर्स के पकड़े जाने के बाद यूपी साइबर क्राइम की टीम और नोएडा कमिश्नरेट पुलिस यहां के कॉल सेंटर की जानकारी खट्टी कर रही है यूपी साइबर क्राइम के एसपी प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह का कहना है कि फर्जी कॉल सेंटरों पर साइबरक्राइम टीम की नजर है यूपी साइबर क्राइम की टीम को साइबर फर्जीवाड़े पर नोएडा और ग्रेटर नोएडा में फर्जी कॉल सेंटर के संचालन की बहुत शिकायतें मिली है ।
साइबर फ्राड से बचने के लिए क्या करें ?
साइबर एक्सपर्ट ने एनसीआर खबर को बताया कि साइबर फ्रॉड आजकल किसी के साथ भी हो सकता है ऐसे में किसी भी संदिग्ध संदेश फोन या सोशल मीडिया पर हाय संदेश पर एकदम से प्रतिक्रिया ना दें । अगर कोई फोन करके आपको आपका ओटीपी नंबर मांगता है तो उसे बिल्कुल ना दें अक्सर फोन पर मांगे गए ओटीपी आपके आधार से जुड़े बैंक अकाउंट का ओटीपी नंबर होता है जिसको साइबर अपराधी पैसे निकालने में यूज करते हैं । डिजिटल इंडिया के इस दौर में जहां टेक्नोलॉजी ने आपको सुविधाएं दी हैं वहीं थोड़ी सी भी गलती होने पर बड़ा नुकसान भी हो सकता है किसी भी नुकसान के होने के बाद फौरन आप पुलिस में कंप्लेंट दर्ज कराएं ।