शिक्षा पर उठे सवाल : अभिभावक ने लगाए जे एम इंटर नेशनल स्कूल में 2 बच्चों के साथ दुर्व्यवहार का आरोप, डीएम को दी शिकायत
ग्रेटर नोएडा वेस्ट के जेएम इंटरनेशनल स्कूल में दो बच्चों के साथ दुर्व्यवहार का आरोप का प्रकरण सामने आया है । पुलिस और डीएम को अपने दिए शिकायत पत्र में ग्रेटर नोएडा वेस्ट मैं रहने वाली नम्रता पांडे ने स्कूल की प्रिंसिपल टीचर समेत 3 लोगों पर 2 दिसंबर को अपने बच्चे के साथ दुर्व्यवहार करने और स्कूल से हटाने के आरोप लगाए अपने पत्र में लिखा कि 2 दिसंबर को स्कूल की छुट्टी होते समय लगने वाली लाइन में पीछे से धक्का लगने के कारण उसके बच्चे से आगे खड़ी एक बच्ची को कुछ चोट लगी जिसके बाद उनके बच्चे को प्रिंसिपल रूम में ले जाकर दबाव बनाया गया कि वह अपनी गलती को लिखित रूप से माने । नम्रता के आरोप के अनुसार वह 2:30 पर स्कूल पहुंच गई थी और उन्हें उसके 20 मिनट बाद बच्चे दिए गए यही नहीं बड़े बच्चे के साथ उनके छोटे बच्चे को भी उसी रूम में रखा गया नम्रता का सवाल था कि अगर बड़े बच्चे ने कुछ किया भी था तो छोटे बच्चे को साथ क्यों बैठा कर उसका हरासमेंट क्यों किया गया ।

एनसीआर खबर से बातचीत में नम्रता ने कहा कि उन्होंने इस घटना के लिए प्रिंसिपल से सीसीटीवी फुटेज मांगा दिखाने को कहा लेकिन प्रिंसिपल ने इस बात के लिए भी मना कर दिया जिसके बाद उन्होंने घर आकर अपने दोनों बच्चों की टीसी के लिए मेल लिखा और 7 दिसंबर को उन्हें स्कूल के बाहर बुलाकर टीसी दे दी गई ।


स्कूल पर आरोप निराधार : प्रिंसिपल सोनू कुंद्रा
वही इस प्रकरण पर एनसीआर खबर ने जब स्कूल की प्रिंसिपल सोनू कुंद्रा से उनका पक्ष जाना तो उन्होंने अभिभावकों द्वारा लगाए गए आरोपों को निराधार बताया उन्होंने कहा कि अभिभावक का व्यवहार सही नहीं था । उन्होंने कहा कि स्कूल में बच्चों के बीच घटनाए होती है और उनको सुलझाया भी जाता है । हालांकि वह सीसीटीवी फुटेज में बच्चे की गलती होने का कोई सबूत है या नहीं यह नहीं बता सकी । टीसी पर उन्होंने कहा कि अभिभावक ने मेल कर के टीसी मांगी है इसलिए स्कूल ने उन्हें टीसी दे दिया

मेरे खराब व्यवहार को बताने के लिए स्कूल दिखाए सीसीटीवी
वहीं वही इस मामले पर अभिभावक नम्रता पांडे ने कहा कि अगर प्रिंसिपल उस दिन मेरे व्यवहार को लेकर कोई आरोप लगा रही हैं तो उनको उस दिन के भी सीसीटीवी फुटेज दिखाने चाहिए उन्होंने स्कूल मैनेजमेंट पर चीजों को छुपाने और गलत बयानी का आरोप भी लगाया
अपने बच्चे के स्कूल को लेकर अपना रिवियू #NCRKhabar के बिजनेस सेक्शन मे दीजिये, आज का स्कूल है ग्रेटर नोएडा वेस्ट का Seth Anandram Jaipuria School https://t.co/5k4w93VErW #BusinessWithNCRKhabar #education #bestschools @NCRKHABAR
— Business with NCRKhabar (@bizNCRKhabar) November 4, 2022
शहर में निजी स्कूलों बने फाइव स्टार माल, प्रशासन का नहीं है कोई कंट्रोल
गौतम बुध नगर उत्तर प्रदेश का शो विंडो कहा जाता है और यहां बसने वाले नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना पूरे उत्तर प्रदेश के लिए बेंच मार्क माने जाते हैं इस पूरे जिले में निजी स्कूलों की भरमार है और सभी के द्वारा शिक्षा के साथ 5 स्टार सुविधाओं का दावा किया जाता है एक अभीभावक वह आपने नाम ना छापने की शर्त पर कहा कि स्कूल आजकल मॉल बन गए हैं जहां आप अपने बच्चे को पढ़ने के लिए नहीं भेजते हैं ऐसे में स्कूल प्रबंधन का व्यवहार मॉल के सिक्योरिटी स्टाफ की तरीके से ही होता है बीते दिनों एक अन्य स्कूल में भी स्कूल के बच्चे मिसिंग या गलत बसों से जाने के समाचार आए थे और लोगों के अभिभावकों की शिकायत करने पर वहां भी प्रिंसिपल ने अभिभावकों से अपने बच्चों को स्कूल से हटाने के लिए कह दिया था ।
पेरेंट संघ ने एनसीआर खबर को बताया कि फीस वृद्धि से लेकर तमाम बातों को लेकर अक्सर स्कूलों के खिलाफ सरकार एक्शन लेने की बात करती है मगर ले नहीं पाती है जबकि दिल्ली में इसी मामले को लेकर सरकार ने डीपीएस रोहिणी की मान्यता ही समाप्त कर दी । लेकिन गौतम बुध नगर में ऐसा नहीं हो पाता है । बीते दिनों गरीब बच्चो के लिए दिए जाने वाले कोटे की जांच के लिए पहुंचे बीएसए के एक अधिकारी को ही निजी स्कूल प्रशासन ने गेट से ही अंदर आने से रोक दिया था दिया था ऐसे में आप समझ सकते हैं कि स्कूल प्रशासन के आगे सरकारी तंत्र भी कितना बेबस है
स्कूलों में एडमिशन के नाम पर 50000 से लेकर डेढ़ लाख रुपए तक फीस ली जाती है और उसके बाद अभिभावकों के स्कूल की कोई अकाउंटेबिलिटी नहीं होती है सीसीटीवी फुटेज एकतरफा स्कूल का अधिकार होता है जबकि प्रशासन को सीसीटीवी फुटेज का कंट्रोल अपने हाथ में लेना चाहिए ताकि किसी भी दुर्घटना या विवाद की स्थिति में वह निष्पक्ष होकर दोनों पक्षों को उसको सौंप सकें