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आपरेशन कलंक

” HE INSERTED HIS FINGERS..”
मात् भाषा का अपमान नही करूँगा इसलिए अंग्रेजी के इस वाक्य का अर्थ खुद समझ लें. अंग्रेजी की ये लाईने उस महिला पत्रकार ने अपनी आपबीती बयान करते लिखी हैं जिनपर गोवा के एक होटल में हमला किया गया था .
और जरा हमलावर की हिम्मत देखिये . हमला करने के बाद उसी रात उसने पीड़िता को भेजे एसएम्एस में चिढ़ाते हुए लिखा .”FINGERTIPS”
ये हमले दो रातों में लगातार दो बार हुए. कानूनन इस मामले में IPC की धारा 375 के तहत मुकदमा दर्ज होना चाहिए.
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एक दशक पहले तरुण तेजपाल ने बंगारू लक्ष्मण पर स्टिंग ओपरेशन करके तहलका की नीव रखी थी. सच तो ये है की मैंने भी स्टिंग ऑपरेशन तरुण तेजपाल से ही जाना और समझा था . क्रिकेट की मैच फिक्सिंग से लेकर गुजरात दंगो पर उनके स्टिंग आपरेशन ने तहलका को नई ऊँचाई दी और देश में खोजी पत्रकारिता को नए आयाम दिये . ये अलग बात है की बाद में तरुण और उनके चेले कांग्रेस की गोद में जा बैठे और तेज़ाब जैसी धार को धीरे धीरे खुद पानी कर दिया.
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मित्रों अमीर और रुतबे वाले आदमी के लिए सेक्स एक कप चाय की तरह है. इसीलिए कुछ किस्से तरुण के मुझे पहले भी पता लगे पर मैंने उन्हें नज़रंदाज़ किया. रजामंदी से अपने दफ्तर या अपनी एसयूवी या अपने बंगले के सर्वेंट क्वार्टर में किसी के साथ हमबिस्तर होना ऐसे इश्क्जादों के रोज़मर्रा की लाईफ का हिस्सा है. सच है की हमारी-आपकी अलमारी में तहा कर रखी गयी कमीजों से ज्यादा इनकी पास गणिकाएँ होती है. जब चाहे पहेनिये जब चाहे उतारिये.इसीलिए तेजपाल की हवस कभी खबर नही रही क्यूंकि ऐसे इश्क्जादे पत्रकारों की फेहरिस्त बहुत लंबी है. लेकिन इस बार तेजपाल अपनी हवस में ऐसा डूबे कि रिश्ते-नाते ही भूल गए.
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अपने जिगरी दोस्त की बेटी …और अपनी बेटी की सहेली …और सालों से जिस लड़की को बच्ची से बड़ा हुआ तेजपाल ने अपनी आखों से देखा …उस मोम से जिस्म को अपनी आग में पिघलाने का जो पाप अब तरुण ने किया है उसे इस ज़मीं पर कहीं माफ़ी नही मिल सकती . उनकी इस हरकत ने पत्रकारिता को पतित कर दिया है . रिश्तों को तार तार किया है. अंग्रेजी के एटीकेट्स की कलई खोल दी है. तेजपाल इतने गिरे हुए इंसान निकले इसका दुःख है.
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उनकी इस काली कथा को मैंने आपरेशन कलंक का नाम दिया है. आज से ७-८ साल पहले मैंने तेजपाल के गुजरात दंगो के स्टिंग को आपरेशन कलंक का नाम दिया था. आज यही नाम मै तेजपाल की एक और कथा को दे रहा हूँ जो खुद उनका कच्चा चिटठा खोल रही है.

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