देश ने आजादी के 76 वर्ष पूरे कर लिए हैं। आज पूरा देश 77वां स्वतंत्रता दिवस (Swatantrata Diwas) मना रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले पर 10वीं बार तिरंगा फहराया। इस दौरान 21 तोपों की सलामी दी गई।
इस दौरान उन्होंने मणिपुर हिंसा का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सप्ताह विशेषकर मणिपुर में जो हिंसा का दौर चला कई लोगों का अपना जीवन खोना पड़ा। मां-बेटियों के सम्मान के साथ खिलवाड़ हुआ। लेकिन कुछ दिनों से लगातार शांति की खबरें आ रही हैं।
उन्होंने कहा देश मणिपुर के लोगों के साथ है। देश मणिपुर के लोगों को पिछले कुछ दिनों से जो शांति बनाए रखी है, उस शांति के पर्व को आगे बढ़ाएं। शांति से ही इसका रास्ता निकलेगा। राज्य और केंद्र सरकार मिलकर इन समस्याओं के समाधान के लिए भरपूर प्रयास कर रही हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों को प्रेरित करते हुए कहा कि ‘मैं साफ देख रहा हूं कि मां भारती जागृत हो चुकी है। विश्व भर में भारत की चेतना और सामर्थ्य के प्रति नया आकर्षण, नया विश्वास पैदा हुआ है, उसे विश्व में अपने लिए ज्योति नजर आ रही है।’ पीएम मोदी ने कहा कि हमारा सौभाग्य है कि ‘कुछ चीजें हमारे पास हैं, जो हमारे पूर्वजों ने हमें दी हैं। आज हमारे पास डेमोग्राफी (जनसांख्यिकी) है, हमारे पास डेमोक्रेसी (लोकतंत्र) है, विविधता है। यह त्रिवेणी भारत के हर सपने को साकार करने का सामर्थ्य रखती है। आज पूरी दुनिया में देशों की उम्र ढल रही है, तब भारत, ऊर्जावान होकर आगे बढ़ रहा है। आज तीस साल से कम आयु की जनसंख्या दुनिया में सर्वाधिक भारत में है। जब कोटि-कोटि भुजाएं हों, मस्तिष्क हों, संकल्प हों, सपने हों तो हम इच्छित परिणाम प्राप्त कर सकते हैं।