ग्रेटर नोएडा में बागेश्वर धाम धीरेंद्र शास्त्री द्वारा श्रीमद् भागवत कथा को लेकर लोगो में उत्साह और समर्पण को देखकर वामपंथी मीडिया की आक्रामकता बढ़ती जा रही है । लगातार आयोजन में हुई अव्यवस्थाओं की आड़ में हिंदुओं को जागृत कर रहे बागेश्वर धाम धीरेंद्र शास्त्री के ऊपर निशाना साध रहे वामपंथी मीडिया ने अब महिलाओं की आड़ में उन को निशाना बनाने का कुत्सित प्रयास शुरू कर दिया है ।
पांचवें दिन की कथा में बागेश्वर धाम धीरेंद्र शास्त्री ने हिंदू धर्म के अनुसार महिलाओं को क्या-क्या सिंगार धारण करना चाहिए यह बताने के लिए एक उदाहरण दिया जिसको स्वयंभू हिंदूवादी किंतु वामपंथी मीडिया के पत्रकारों हिंदू धर्म के ऊपर विवादित बयान और महिलाओं के ऊपर बिगड़े बोल जैसी टैगलाइन के साथ समाचार प्रकाशित करने शुरू कर दिए लगातार धीरेंद्र शास्त्री को इन बातों के लिए ट्रोल किया जा रहा है कि धीरेंद्र शास्त्री हिंदू महिलाओं को प्लॉट बता रहे हैं ।
वहीं दिल्ली में रहने वाले धार्मिक मामलों के जानकार और सोशल मीडिया पर हिंदूवादी संस्कृति के विशेषज्ञ राज सिन्हा ने एनसीआर खबर को बताया कदाचित ग्रेटर नोएडा जैसे बड़े शहर में दिल्ली के पास बागेश्वर धाम धीरेंद्र शास्त्री की कथा का आयोजन होना ही वामपंथियों को रास नहीं आ रहा था किंतु उनके प्रचंड तेज के सामने वह कुछ कर पाने में असमर्थ थे । किंतु आयोजन कर्ताओं की कुछ गलतियों और आयोजन में कमियों के चलते वामपंथियों को यह मौका मिल गया और उन्होंने येन केन प्रकारेण अब आयोजन की आड़ में बागेश्वर धाम धीरेंद्र शास्त्री पर अपनी कुंठा का प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है असल में इन को आपत्ति बाबा से नहीं बाबा द्वारा हिंदू राष्ट्र कहे जाने से है और उसी की कुंठा के प्रतिरोध में यह लगातार बाबा को लेकर अनर्गल प्रलाप करने में न सिर्फ व्यस्त हैं बल्कि उनको लेकर तमाम तरीके के विवाद बना रहे हैं। अब वक्त आ गया है जब हिंदू धर्म में छिपे ऐसे ब्लैक शीप ( कालनेमियो ) को पहचाना जाए ।
बाबा द्वारा महिलाओं की तुलना प्लॉट से करने के विवाद पर उन्होंने स्पष्ट कहा कि बाबा ने आम महिलाओं को कुछ नहीं कहा है उन्होंने यह कहा है कि हिंदू धर्म के पालन करने वाली महिलाएं अगर सिंदूर या गले में मंगलसूत्र नहीं पहनती हैं तो उनको देखकर लोग उनके शादीशुदा ना होने का अंदाजा लगाते हैं। उसको उन्होंने अपने अंदाज में खाली प्लॉट कह दिया जिसको लेकर तमाम वामपंथी मोदी विरोधी पत्रकार और समाचार समूह हिंदू महिलाओं के विरोधी बयान बताने में जुट गई है । उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा यह वही लोग हैं जिन्होंने नरेंद्र मोदी द्वारा काले धन के आ जाने पर सबको 1500000 रुपए मिल सकता है को “मोदी जी ने कहा कि सबको 15 – 15 लाख रुपए मिलेंगे”जैसी अफवाह फैला दी और फिर भी दो बार से उन को हराने में नाकाम रहे ।
अब ऐसे में सोशल मीडिया पर दोनों पक्षों के समर्थक अपना-अपना दावा कर रहे हैं और एक दूसरे को गलत बता रहे हैं एनसीआर खबर यह निर्णय अपने पाठकों पर छोड़ता है कि वह स्वयं अपने विवेक से दोनों की बातों को सुने और समझे और फैंस निर्णय करें कि सही क्या है और किस परिपेक्ष में है ?
ऐसा ना हो कि किसी के प्रायोजित एजेंडे में वह अपने ही धर्म की ध्वजा लिए नायक को खलनायक समझने लगे।