सेक्टर 11 आरडब्लूए का चुनाव रोचक होता जा रहा है जैसे-जैसे चुनाव की तिथि 11 जून पास आती जा रही है वैसे वैसे इस चुनाव में नई नई बातें सामने आ रही हैं। जानकारी के अनुसार शुक्रवार को चुनाव अधिकारी ने दोनों पैनल के लोगों को बुलाकर विवाद में आए एक प्रत्याशी घनश्याम चौहान से इस बात के लिए एफिडेविट मांगा कि वह चुनाव हार या जीत के बाद कोर्ट में नहीं जाएंगे। बिना एफिडेविट के चुनाव नियत तिथि पर ना कराने की बात भी सामने आई इसके बाद देर शाम तक अंजना भागी पैनल के प्रत्याशी ने इस बात के लिए लिखित में एफिडेविट दिया। जिसके बाद अब ये कहा गया है कि चुनाव 11 जून को ही होंगे ।
एजीएम के समय किए गए अमेंडमेंट भी चुनाव बाद होंगे लागू
इसके साथ ही दोपहर 2:30 बजे से लेकर 6:00 बजे तक अमरनाथ गुप्ता पैनल और अंजना भागी और बीएस शर्मा के पैनल के बीच इस बात को लेकर भी वाद विवाद हुआ की एजीएम के समय तय किया गये अमेंडमेंट चुनाव से पहले लागू होंगे या उसके बाद होंगे । जानकारी के अनुसार अमेंडमेंट्स लागू नहीं हो सकते थे क्योंकि यह एजेंडा आम पब्लिक को नहीं दिया गया था । एजीएम में कोई भी एजेंडा सर्वसम्मति से पास होने के बावजूद ही पास होता है लेकिन जो अमेंडमेंट थे वह कार्यकारिणी द्वारा लिए गए थे और उस वक्त वहीं पर अनाउंस किए गए थे इसलिए इतनी जल्दी डिप्टी रजिस्ट्रार ऑफिस से साइन करवाने को महासचिव स्वयं दो बार गए जिसके दोनो पक्षों के बीच विवाद में अंजना भागी पैनल के भारी विरोध के बाद अमेंडमेंट्स को चुनाव के बाद कराने पर बात तय हुई ।
क्या है एजीएम में अमेंडमेंट जिन पर था विवाद
कदाचित एजीएम में अमेंडमेंट किए गए थे कि अब आरडब्लूए के इलेक्शन दो साल बाद होंगे एक घर से एक व्यक्ति ही वोट दे सकेगा किसी भी घर से यदि 3 साल तक लगातार मेंबरशिप का पैसा नहीं आया तो वह इलेक्शन में भाग नहीं ले सकता परंतु वोट दे सकता है ।
पर्ची जिसके नाम पर कटी होगी केवल उसे ही वोट देने का अधिकार होगा, लेकिन इसमें भी समस्या आई कि महासचिव द्वारा कुछ घरों में जिनकी मृत्यु हो चुकी थी उनके नाम पर पर्ची काट दी गई थी ऐसे ही कुछ घरो से मेंबरशिप आने के बावजूद भी उनकी पर्ची नहीं काटी गई थी।
कोषाध्यक्ष के नाम से जारी एक पोस्ट में पत्रकारों को बताया बाहरी
आरडब्लूए सेक्टर 11 के चुनावों की जानकारी एनसीआर खबर में प्रकाशित होने के बाद वर्तमान आरडब्ल्यूए के कोषाध्यक्ष के नाम से सोशल मीडिया पर एक पोस्ट जारी हुआ जिसमें अंजना भागी पैनल पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए यह दावा किया गया कि उन्होंने अपने फायदे के लिए बाहर के पत्रकारों को जानकारी दी जिसके बाद प्रश्न यह है कि जिले में कार्य कर रहे पत्रकारों और मीडिया को कोषाध्यक्ष किस आधार पर बाहरी कह रहे हैं क्या नोएडा के सेक्टर या आरडब्ल्यूए अब निजी किलो में तब्दील हो गए हैं जिनकी सिर्फ प्रेस रिलीज मीडिया छापेगा।
क्या प्रशासन प्राधिकरण और पुलिस के समक्ष अपनी मांगों को रखने के समय मीडिया को याद करने वाले यह लोग अपनी बारी आने पर मीडिया को बाहरी बता देंगे ?
अमरनाथ गुप्ता पैनल ने एनसीआर खबर के साथ तय इंटरव्यू को आखरी समय पर किया स्थगित
वहीं दोनो पैनल को बराबर मौका देने के उद्देश्य से एनसीआर खबर ने अमरनाथ पैनल का इंटरव्यू अनुज गुप्ता के साथ फोन पर बात करके शुक्रवार शाम 6:00 बजे के लिए तय किया । अनुज गुप्ता इस बार संयुक्त कोषाध्यक्ष का चुनाव लड़ रहे है । लेकिन इस पैनल का अनप्रोफेशनल रवैया तब सामने आया जब शुक्रवार शाम 5:00 बजे एनसीआर खबर की टीम ने अनुज गुप्ता से 6:00 बजे मिलने के लिए स्थान के एड्रेस को मांगा तब अनुज गुप्ता ने यह कहते हुए कि चुनाव अधिकारी शायद चुनाव स्थगित कर सकते हैं अभी उसका फैसला नहीं हुआ है हम आज इंटरव्यू नहीं करेंगे।
ऐसे में बड़ा प्रश्न यह है कि अगर आपको दोपहर से यह बात पता थी कि आप शाम को इंटरव्यू नहीं कर पाएंगे तो आपने समय रहते मीडिया हाउस को अपने बदले में प्लान के बारे में क्यों नहीं बताया?
क्या इस पैनल के सदस्यों का व्यवहार पूर्व में आरडब्लूए के अंदर भी लोगों के साथ इसी तरीके का रहा है । किसी भी प्रोफेशनल नियमावली में यह महत्वपूर्ण है कि अगर आप किसी भी तरह कार्यक्रम में कोई बदलाव करते हैं तो आपको समय पूर्व अन्य लोगों को सूचित करना चाहिए ।
इसके बाद मीडिया में अंजना भागी द्वारा लेकर कही गई बातों पर क्रॉस क्वेश्चनिंग करते हुए अनुज गुप्ता ने मीडिया पर ही पर प्रभावित होने का आरोप लगा दिया और 2 मिनट में स्थान बताने के नाम पर फोन काट दिया।