समाजवादी पार्टी के नेता आजम खां को योगी सरकार ने जोर का झटका दिया है. शनिवार को हुई कैबिनेट की बैठक में आजम के जौहर शोध संस्थान की लीज निरस्त कर दिया गया है. जब अखिलेश यादव प्रदेश के मुख्यमंत्री थे और जब आजम अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री थे, तब एक कॉन्ट्रैक्ट साइन किया गया और यह सरकारी शोध संस्थान मोहम्मद अली जौहर ट्रस्ट को लीज पर दिया गया. आजम खान इस ट्रस्ट के आजीवन अध्यक्ष हैं
योगी आदित्यनाथ सरकार ने इस पूरे मामले की जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया था. एसआईटी ने अपनी जांच में पाया कि संस्थान का इस्तेमाल अंग्रेजी स्कूल चलाने में किया जा रहा था. बल्कि, इसका इस्तेमाल अरबी, फारसी जैसी भाषाओं में शोध के लिए किया जाना था. एसआईटी की इसी जांच को आधार बनाते हुए सरकार ने लीज को निरस्त कर दिया और 13000 वर्ग मीटर की जमीन वापस ले ली. संस्थान के करीब 4300 वर्ग मीटर की जमीन पर आजम खान ने अपना निर्माण करा लिया है.