5 दिन से चल रहे नोएडा की ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी में मामले का पटाक्षेप भले ही श्रीकांत त्यागी की गिरफ्तारी और उसके अवैध निर्माण को तोड़कर हो गया हो लेकिन अब ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी में अन्य लोगों के द्वारा किए गए अतिक्रमण पर प्राधिकरण की चुप्पी पर सवाल उठने लगे हैं एनसीआर खबर को मिली जानकारी के अनुसार 2019 में ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी के 300 से अधिक निवासियों को अवैध निर्माण हटाने के लिए नोटिस जारी किया गया था निर्माण इन सभी लोगों को खुद हटाने थे लेकिन किसी भी आंटी ने खुद नहीं किया सोसाइटी में ग्राउंड फ्लोर पर बने अधिकांश मालिकों ने पार्क की तरफ दीवार बनाकर अतिक्रमण कर रखा है साथ ही फ्लैट के पीछे बने कॉमन एरिया को भी कवर कर लिया ऐसा ही अतिक्रमण श्रीकांत त्यागी ने भी किया हुआ था जिसको लेकर विवाद बढ़ा और उसका वीडियो वायरल हो गया ऐसे में इस पूरे प्रकरण पर अब प्राधिकरण की दोस्ती करण की कार्यवाही सभी फ्लैटों के लिए उठने लगी है
इसके साथ ही एक और जानकारी भी सामने आ रही है कि जब प्राधिकरण का बुलडोजर सोसाइटी में श्रीकांत त्यागी के अवैध निर्माण को तोड़ने पहुंचा था तब भी निवासियों ने वहां हंगामा किया था और उसे रोका था लोगों ने बुलडोजर को सिर्फ इस शर्त पर सोसायटी के अंदर जाने दिया था किससे श्रीकांत त्यागी का अवैध निर्माण गिराया जाएगा
मीडिया में लगातार आ रही इस जानकारी के बाद अब प्राधिकरण के अधिकारियों ने चुप्पी साध ली है I प्राधिकरण के सूत्रों की माने तो प्राधिकरण द्वारा हाई राईज सोसाइटी में इंस्पेक्शन की कोई व्यवस्था नहीं है शिकायत आने पर ही अवैध निर्माणों पर कार्यवाही की जाती है हालांकि 2019 से भेजे गए 300 से ज्यादा लोगों को नोटिस पर कार्यवाही को लेकर प्राधिकरण अभी भी चुप है