नॉएडा प्राधिकरण की एफडी के 3 करोड़ 90 लाख रुपए अन्य खातों में ट्रांसफर के मामले में तीन वांछित लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इन तीनों को मेट्रो स्टेशन के पास सेक्टर-62 से पकड़ा है। इनकी पहचान राजेश, सुधीर और मुरारी के रूप में हुई है।डीसीपी हरीश चंदर के अनुसार तीनों से प्रपत्र की छाया प्रति व जमा पैसे की स्लिप के बारे में पूछा गया तो बताया कि मनु के साथ उसके अन्य साथी त्यागी, मिश्रा, राजेश पांडेय , अब्दुल खादर व इनके अन्य साथी जिन्होंने बैंक में खाता खुलवाया था।
मास्टर माइंड मनुपोला की योजनानुसार हमने मिलकर बैंक ऑफ इंडिया शाखा सेक्टर 62 में फर्जी खाता खुलवाया। अथॉरिटी के 200 करोड रुपए उसमें ट्रांसफर कराये। बाद में 100-100 करोड की दो एफडी फर्जी बनाकर बैंक में दी गयी है।
पुलिस की जांच में अब तक यह पता चला है कि प्राधिकरण के 200 करोड़ रुपये जमा कराने के बाद ठगों का एक गिरोह सक्रिय हो गया। अब तक मास्टरमाइंड अब्दुल खादर के बारे में पता चला है। अब्दुल प्राधिकरण का फर्जी अकाउंट अधिकारी बनकर बैंक आने-जाने लगा और उसने फर्जी आईकार्ड और दस्तावेज भी बनाए। बताया जाता है कि अब्दुल ने यहां तीन बैंक खाते खुलवाए फिर बैंक में जाकर इन खातों में रकम ट्रांसफर करवाई। यह रकम 30 जून को ट्रांसफर करवाई गई। इसके बाद वह फिर नौ करोड़ रुपये और ट्रांसफर करवाने के लिए बैंक गया और क्रॉस चेक के दौरान धोखाधड़ी का पता चल गया।