अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर नोएडा पुलिस ने किया महिला सम्मान कार्यक्रम

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर नोएडा हाट, सेक्टर-32 में महिला सम्मान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उक्त कार्यक्रम में पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह द्वारा मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की गई। पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह द्वारा वहां उपस्थित सभी लोगों को संबोधित किया गया व समाज में महिलाओं के महत्व को बताते हुए सभी लोगों को नारी का सम्मान करने व महिलाओं को आगे बढ़ने और उत्पीड़न के विरुद्ध आवाज उठाने के लिए भी प्रोत्साहित किया। उनके द्वारा महिलाओं की सुरक्षा व सशक्तिकरण हेतु सहरानीय कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों, एनजीओ वर्कर्स, सोशल ग्रुप व सरकारी संस्थानों के कर्मियों को भी सम्मानित किया गया,

उनके द्वारा मुख्य रूप से जिला प्रोबेशन अधिकारी अतुल सोनी, राजकीय महिला विशेषीकृत गृह की संचालिका दीपिका, साई कृपा शेल्टर होम, नारी प्रगति सोशल फाउंडेशन की अध्यक्ष मीनाक्षी त्यागी, खादी विकास अधिकारी, गाजियाबाद संजय एवं महिला सुरक्षा एवं सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले विभिन्न थानों से लगभग 50 पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया गया।
पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह की पत्नी व वामा सारथी उत्तर प्रदेश फैमिली वेलफेयर एसोसिएशन की अध्यक्षा आकांक्षा सिंह द्वारा सभी महिलों को आगे बढ़ने व समय का सही सदुपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। कार्यक्रम में स्कूल/कॉलेज की छात्र/छात्राओं व विभिन्न ग्रुप्स द्वारा रंगारंग कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम के पश्चात पुलिस कमिश्नर, उनकी पत्नी श्रीमती आकांक्षा सिंह व अन्य सभी पुलिस अधिकारियों द्वारा वहां विभिन्न प्रदर्शनियां भी देखी गई व उनकी सहराना की गई।
कार्यक्रम में पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह की पत्नी आकांक्षा सिंह, संयुक्त पुलिस आयुक्त लव कुमार, अपर पुलिस आयुक्त मुख्यालय भारती सिंह, डीसीपी महिला सुरक्षा वृंदा शुक्ला, एडीसीपी महिला सुरक्षा अंकिता शर्मा व अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारीगण उपस्थित रहे।
इसके साथ कमिश्नरेट के 22 थाना क्षेत्रों में भी स्थानीय महिला सुरक्षा इकाई द्वारा स्कूल व कॉलेजों में जाकर महिला जागरूकता एवं सशक्तिकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। महिला सुरक्षा इकाई द्वारा वहां उपस्थित शिक्षिकाओं और छात्राओं को उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाने व आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया गया। उनके द्वारा पुलिस हेल्पलाइन के बारे में जानकारी देते हुए सभी नंबर साझा किए गए एवं समझाया गया की वह किन-किन मामलों में तुरंत पुलिस सहायता ले सकती। महिला पुलिसकर्मियों द्वारा वहां उपस्थित छात्राओं से उनकी समस्याओं के बारे में भी पूछा गया व उनको अपराध चुपचाप सहन ना करने व मामलें को तुरंत पुलिस के संज्ञान में लाने हेतु समझाया गया और उनका साहस बढ़ाया गया।
