दादरी विधान सभा : चुनाव में 3 दिन बाकी, निर्दलीय प्रत्याशी अन्नू खान से दहशत में है बड़े दलों के प्रत्याशी
दादरी विधानसभा में चुनाव में अब 3 दिन बाकी रह गए है । ऐसे में प्रत्याशियों का अपने प्रचार पर पूरा जोर लग गया है जगह-जगह प्रत्याशी अपने कार्यकर्ताओं के साथ घूम रहे हैं तो कहीं कार्यकर्ता प्रत्याशी के बिना ही घूम रहे हैं कई प्रत्याशियों के परिवार वाले उनके लिए वोट मांग रहे हैं लगभग सभी बड़े अखबारों में प्रमुख प्रत्याशियों के विज्ञापन दिखाई दे रहे हैं तमाम वादे किए जा रहे हैं लेकिन इस सबके बावजूद प्रत्याशियों के मन में एक निर्दलीय प्रत्याशी का डर बैठा हुआ है
रविवार को ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सोसाटियो में भाजपा समाजवादी पार्टी बहुजन समाज पार्टी और आम आदमी पार्टी के प्रत्याशियों ने जबरदस्त भीड़ के साथ अपने प्रचार किए । प्रचार में लगे सभी प्रत्याशियों का जोर अपने प्रत्याशियों के प्रचार से ज्यादा यह जानने में रहा कि निर्दलीय प्रत्याशी अनु खान को कितने वोट मिलेंगे ? सभी राजनैतिक दलों के कार्यकर्ताओं में एक निर्दलीय प्रत्याशी के प्रति इतना डर राजनीति में पहली बार देखा जा रहा है । दरअसल ग्रेटर नोएडा वेस्ट के शहरी वोटों में अनु खान की सेंध और यहां की राजनैति में इन प्रत्याशियो की 5 साल अनुपस्थिति सभी प्रत्याशियों का गणित बिगाड़ रही है अनु खान को जितना ज्यादा वोट मिलेगा उतना ही नुकसान बड़े राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों को होगा हालत यह है कि आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी की चिंता तो यह है कि कहीं ऐसा ना हो कि अन्नू खान उनसे ज्यादा वोट ले जाएं और अगर ऐसा हुआ तो पार्टी की इस क्षेत्र की राजनीति किस करवट वोट लेगी तो भाजपा समर्थकों की चिंता यह है कि अन्नू खान को मिलने वाला हर वोट भाजपा प्रत्याशी के लिए 3 गुना नुकसान का कारक होगा इसलिए यहां बिसरख मंडल अध्यक्ष रवि भदोरिया और उनकी टीम दिन रात एक कर दी है तो समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी राजकुमार भाटी भी अनु खान फैक्टर से खुद की जीत को प्रभावित मान रहे हैं उनका सारा फोकस एक बार फिर से गांव युवाओं को रोजगार और किसानों के मुद्दों पर आ गया है हालांकि रविवार को उन्होंने भी ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट की शहरी मतदाता से जमकर संवाद किया ग्रेटर नोएडा में उनकी पुत्री उनके लिए वोट मांग रही थी बीते दशक भर में पहली बार राजकुमार भाटी इस क्षेत्र से अपनी जीत का दावा कर रहे हैं और लग भी रहा है कि उनका दावा सच हो जाए ।
रविवार को एनसीआर खबर ने कई प्रत्याशियों के सहयगियो से बात की जिसके बाद सब ने शिकायत की कि उनके प्रचार की खबरें एनसीआर खबर में क्यों नहीं छप रही है जिस पर एनसीआर खबर में सभी को स्पष्ट किया कि एनसीआर खबर जनहित की खबरों को प्राथमिकता देता है किसी भी राजनेता के व्यक्तिगत या चुनाव प्रचार को प्राथमिकता नहीं देता है ऐसे में वह अपने प्रचार की खबरें उन्हीं बड़े समाचार पत्रों को दें जहां पर उनके बड़े-बड़े विज्ञापन चल रहे हैं ।