
स्वामी रामदेव के साथ आई एम ए का विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है बीते कई दिनों से चल रहे इस प्रकरण में बाबा रामदेव के नए वायरल वीडियो से नया मोड़ आ गया सोशल मीडिया पर इस वीडियो में बाबा रामदेव कह रहे हैं कि अरेस्ट तो उनका बाप भी नहीं कर सकता।
दरअसल इंडियन मेडिकल एसोसिएशन स्वामी रामदेव को रेस्ट करने के लिए #arrestquackramdev ट्रेंड करा रहे थे । जिसके बाद उनका ये वीडियो आया है।
सोशल मीडिया पर @yogrishiramdev का विवादित वीडियो आया सामने : अरेस्ट तो उनका बाप भी नही करा सकता #NCRKhabar #ArrestQuackRamdev #IMA pic.twitter.com/R8tWzDRrwL
— NCRKHABAR (@NCRKHABAR) May 26, 2021
आपको बता दें कि बाबा रामदेव के पुराने वीडियो के सामने आने के बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन नाम की एनजीओ में इस पर आपत्ति जाहिर की जिसके बाद स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने स्वामी रामदेव को पत्र लिखकर मामले को खत्म करने को कहा जिसके बाद स्वामी रामदेव ने अपने शब्दों पर खेद प्रकट किया लेकिन फिर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के साथ विवाद बढ़ने पर उन्होंने 25 सवालों की एक लिस्ट जारी कर दी जिसके बाद दोबारा से यह विवाद बड़ा होता गया एम्स के बाहर कुछ रेजीडेंट डॉक्टरों ने उनके रेस्ट करने की मांग की और ट्विटर पर ट्रेंड कराया गया और अब इस वीडियो के आने के बाद इस प्रकरण में नया मोड़ आ गया है
इससे पहले ऐलोपैथी को लेकर दिए गए बयान से नाराज आईएमए की उत्तराखंड यूनिट ने बाबा रामदेव को मानहानि का नोटिस भेजा है। 15 दिन के भीतर क्षमा न मांगने व बयान को सोशल मीडिया प्लेटफार्म से न हटाने पर बाबा के खिलाफ एक हजार करोड़ की मानहानि का दावा ठोकने की चेतावनी दी गई है। आईएमए उत्तराखंड के प्रदेश सचिव डॉ अजय खन्ना की ओर से मंगलवार को बाबा रामदेव को छह पेज का नोटिस भेजा गया। इस नोटिस में उन्होंने कहा कि विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर बाबा के बयान से आईएमए उत्तराखंड से जुड़े दो हजार सदस्यों की मानहानि हुई है। उन्होंने कहा कि एक सदस्य (डॉक्टर) की पचास लाख की मानहानि के अनुसार कुल एक हजार करोड़ की मानहानि का दावा किया जाएगा।
क्या है आईएमए ? ये भारत सरकार के MCI से कैसे अलग है
प्रसिद्ध लेखक धीरज फूलमती सिंह लिखते है कि Indian Medical Association (IMA) जो एक स्वायत्त संस्था है। यह एक NGO है। इसकी स्थापना 1928 में ब्रिटिश हुकूमत के दौरान हुई थी। इसका भारत सरकार से कोई लेना देना नही है। IMA के अध्यक्ष पर ईसाई धर्म के प्रचार-प्रसार के इल्जाम भी लगे है। IMA एक NGO है। सरकार इसकी कार गूजारियों के लिए जिम्मेदार नही है लेकिन MCI के लिए भारत सरकार जिम्मेदार होती है।
Medical Council of India ( MCI ) यह सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त सरकार की प्रतिनिधि संस्था है। भारतीय के सभी चिकित्सा पद्धतियो को नियंत्रित करना इसका मुख्य कार्य है। यह भारतीय सरकार की प्रतिनिधि है।भारत में आयुर्वेद, एलोपैथ, युनानी और होम्योपैथिक चिकित्सा को यह योजनाबद्ध करती है,कुछ हद तक प्राकृतिक, वैकल्पिक और सिद्धा चिकित्सा पद्धति को भी प्रभावित करती है। उनका नेतृत्व करती है। डॉक्टर को रजिस्ट्रेशन देना, उनको मुल्तवी करना,दवाई की मंजूरी देना, मेडिकल कॉलेज और कोर्स की मंजूरी देना जैसे इसके कार्य है।