उत्तर प्रदेश में 2022 के चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने अपने पत्ते खोलने शुरू कर दिया हालांकि इस खेल में अभी भी सबसे आगे भारतीय जनता पार्टी नजर आ रही है भारतीय जनता पार्टी ने ग्रेटर नोएडा के शहरी क्षेत्रों में लगातार अपने बूथ सत्यापन के कार्य को कंप्लीट कर लिया है तो उसके साथ ही यहां की लगभग 30 से 40 सोसायटियों में जमीनी स्तर पर अपनी टीम खड़ी कर दी है जिसके बाद अब तक राजनीतिक दलों से चुनाव के समय सौदेबाजी करने वाले सामाजिक संगठनों का में हड़कंप मच गया है
अपने अस्तित्व की लड़ाई में अब तक भाजपा से लड़ने में लगे सामाजिक संगठन अब लोगों को समझाने में लगे हुए हैं कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट दोनों ही क्षेत्र उनके प्रयासों से आज इस स्थिति में हैं लेकिन अब इस लड़ाई में भाजपा के खिलाफ विपक्ष भी भाग लेने लगा है जिसमें समाजवादी पार्टी में बीते दिनों अपने जिलाध्यक्ष की घोषणा कर ही दी है लेकिन सबसे ज्यादा अगर कोई पार्टी में ग्रेटर नोएडा वेस्ट में भाजपा को चैलेंज करने का मन बना रही है तो वह आम आदमी पार्टी।
एनसीआर खबर को मिली जानकारी के अनुसार दादरी विधानसभा को ध्यान में रखकर आम आदमी पार्टी ने यहां अपनी तैयारियां शुरू कर दी और लगभग तय हो चुका है कि यहां पर एक गुर्जर को ही पार्टी की ओर से प्रत्याशी बनाया जाएगा इसके लिए लगातार कई स्थानों पर लोगों को शामिल किया जा रहा है। पार्टी लगातार कई राजनीतिक महत्वाकांक्षा रखने वाले सामाजिक संगठनों से भी संपर्क कर रही है और उनको लगातार अपने पक्ष में करने के लिए बात कर रही है ।
आम आदमी पार्टी के युवा जिला अध्यक्ष राहुल सेठ ने एनसीआर खबर को बताया कि जल्द ही आम आदमी पार्टी के सभी दलों के कई ऐसे नेताओं को अपनी सदस्यता अभियान में शामिल करेगी जिस से दादरी सीट पर कई समीकरण बदलेंगे राहुल के दावे के अनुसार खुद अरविंद केजरीवाल एक बड़े समारोह में इन सभी लोगों को सदस्यता दिलाने आएंगे इसके लिए सिर्फ कोरोना के कारण लगी रोक के हटने का इंतजार किया जा रहा है
वहीं राहुल शहर में सामाजिक संगठनों के राजनीतिक प्रभाव को भी स्वीकार करते हुए कहते हैं ऐसे लोग दरअसल आम आदमी पार्टी के ही समर्थक है यह सभी लोग केजरीवाल जी की नीतियों पर चलकर अभी तक शहर में अपना अस्तित्व भले ही बना लिए लेकिन जब असली केजरीवाल और असली आम आदमी पार्टी मैदान में उतरेगी तो ये सब भी पार्टी के साथ ही आ जाएंगे । जल्द ही कई प्रभावशाली लोगों के हमारी पार्टी में शामिल होने से दादरी सीट के सभी समीकरण दोबारा से समझे जाएंगे ।
लेकिन क्या वाकई भाजपा के बढ़ते तंत्र को आम आदमी पार्टी ध्वस्त कर पाएगी यह सवाल थोड़ा कठिन है देखा जाए तो दादरी सीट पर अभी शहरी वोटर पूरी तरीके से भाजपा का समर्थक है और आम आदमी पार्टी किस तरीके से उसको अपने पक्ष में लाने में सफल रहेगी इसका फैसला आने वाले दिनों में हो जाएगा