क्या प्राइवेट लैब का डाटा नहीं मान रहा गौतम बुध नगर प्रशासन, अरिहंत आर्डन निवासियों ने 3 कोराना संक्रमित होने के बाबजूद सिस्टम की सुस्ती पर उठाए सवाल

गौतम बुध नगर बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच लोगों की समस्याएं भी बढ़ रही हैं बीते दिनों जहां कुछ लोग प्रशासन को एक सोसाइटी को सील करने से रोकने में लगे थे वही अब एक सोसाइटी में लोगों ने तीन कोरोना संक्रमित के आने के बावजूद सोसाइटी को सील करने की प्रक्रिया शुरू न करने पर प्रशासन पर सवाल उठाए हैं।

अरिहंत आर्डन निवासी गौरव भटनागर में जिलाधिकारी को टैग करते हुए सवाल पूछा कि आखिर प्रशासन गाइडलाइंस का पालन क्यों नहीं कर रहा है तीन कोरोना संक्रमित के बावजूद अभी तक सोसाइटी में शासन ने सीलिंग की प्रक्रिया शुरू क्यों नहीं की है

इसके जवाब में अरिहंत आर्डन के ही एक और निवासी कुशल जायसवाल ने जानकारी दी कि संभव है प्रशासन प्राइवेट लैब की टेस्ट रिपोर्ट कर नहीं मान रहा है जब तक सरकारी रिपोर्ट नहीं आ जाएगी तब तक यह केस रजिस्टर्ड नहीं होंगे।

ऐसे में प्राइवेट लैब रिजल्ट को महत्व ना देने पर सवाल यह भी उठ रहा है कि पर इन लबों को टेस्ट करने की परमिशन देने का फायदा क्या है लोग 4500 रुपए देकर टेस्ट भी करवाएं और सरकार उसको माने भी नहीं यह कैसा नियम है?