
हापुड़। दो अप्रैल (सोमवार) को हुए बवाल में शामिल उपद्रवियों को चिह्नित कर कड़ी कार्रवाई रही है। इस दौरान गिरफ्तार किए गए उपद्रवियों पर रासुका लगाने की तैयारी की जा रही है। पुलिस इस संभावना पर भी विचार कर रही है कि कहीं नगर का वातावरण बिगाड़ने के लिए उपद्रवियों को भाड़े पर तो नहीं लाया गया था। उपद्रव में शामिल अधिकांश युवा अपनी पहचान छिपाने के लिए मुंह पर रुमाल बांधकर तोड़फोड और पत्थरबाजी कर रहे थे। अब पुलिस आसपास के गांवों में जाकर ऐसे लोगों की तलाश कर रही है।
सोमवार को भारत बंद के दौरान नगर में बड़े स्तर पर प्रदर्शन किया गया था। इस दौरान हजारों उपद्रवी रामलीला मैदान पर एकत्रित हुए थे। जुलूस निकालते हुए ये उपद्रवी रेलवे स्टेशन पर पहुंचे थे। वहां कुछ देर तक रेल यातायात को अवरुद्ध करने के बाद प्रदर्शनकारी नगर के विभिन्न हिस्सों में पहुंच गए। इस दौरान कुछ उपद्रवियों ने गलियों में जाकर तोड़फोड़ और मारपीट की।
मुख्य मार्गों पर मुंह पर रुमाल बांधकर उपद्रवियों ने बसों तथा अन्य वाहनों में तोड़फोड़, आगजनी, लूटपाट, पत्थरबाजी की। इस दौरान कुछ उपद्रवियों ने गोलीबारी भी की। मंगलवार को नगर में चारों ओर सोमवार को हुए बवाल की चर्चा थी। लोगों का कहना था कि शायद इतने बड़े पैमाने पर उत्पात मचाने के लिए उपद्रवियों को नोटों का लालच देकर शहर के बाहर से बुलवाया गया था।
पुलिस अधीक्षक हेमंत कुटियाल ने बताया कि हो सकता है रुपयों का लालच देकर उपद्रवियों को उत्पात मचाने के लिए शहर के बाहर से बुलाया गया था। इस बात की पुष्टि करने का प्रयास किया जा रहा है। सोशल मीडिया के माध्यम से पुलिस की टीमों को मिल रही जानकारी जानकारी की गहनता से जांच कराई जा रही है।