आज संसद के बजट सत्र के दूसरे दिन JNU और रोहित वेमुला मुद्दे पर हंगामे के चलते भले ही कोई काम ना हो सका हो लेकिन बीजेपी नेताओं ने मौका मिलते ही आक्रामक तेवर दिखाए। स्मृति इरानी ने मायावती के खिलाफ आक्रामक तेवर दिखाए तो अनुराग ठाकुर ने राहुल गाँधी को जमकर लताड़ लगाई। अनुराग ठाकुर ने कहा कि राहुल गाँधी को बताना चाहिए कि वह आतंकवादी अफजल गुरु के साथ हैं या देश की संसद और देश के लोकतंत्र के साथ हैं। उन्होंने कहा कि अफजल गुरु आपके लिए आतंकवादी है या शहीद है इसे आपको तय करना है।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि देश जानना चाहता है कि आप महात्मा गाँधी जी के विचारों को मानते हैं या माओवादी विचारधारा का समर्थन करते हो। यह कांग्रेस को तय करना है कि वह किसके साथ है। उन्होंने कहा कि जो माओवादी सोच को, अलगाववादी सोच को JNU में समर्थन करते हैं, जो भारत के खिलाफ रोज भड़काते हैं, जो भारत के ही पैसों को खर्च करके, भारत का खाकर, भारत के झंडे और फौजियों के खिलाफ बोलते हैं आप उन देशद्रोहियों के साथ हो या देशभक्तों के साथ हो। उन्होंने कहा कि हम राष्ट्रवादी हैं, हम माओवादियों के साथ कभी नहीं जाएंगे।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि आपकी कथनी और करनी में अंतर है, आप कहते कुछ हैं और करते कुछ हैं। उन्होंने राहुल गाँधी ने सवाल पूछते हुए कहा कि ‘JNU के बाहर पुलिस खड़ी है, क्या दिल्ली पुलिस JNU के अंदर नहीं जा सकती। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस को JNU में जाने से नहीं रोकना चाहिए और देशद्रोह करने वालों, देश को ख़त्म करने की साजिश करने वालों पर सख्त से सख्त कार्यवाही करनी चाहिए।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि वे कांग्रेस सरकारों के सारे रिकॉर्ड को ढूंढकर जाए हैं, सत्ता के समय कांग्रेस के RPM सिंह कहते थे कि डेमोक्रेटिक स्टूडेंट यूनियन (DSU), CPI माओवादियों का फ्रंट है। यह यहाँ रहकर माओवादियों को शाह देता है और उनकी विचारधारा को आगे बढाता है। उसी माओवादी विचारधारा को आगे बढ़ाने के लिए राहुल गाँधी वहां पर जाकर खड़े होते हैं तो यह प्रश्न चिन्ह खड़े करता है।
उन्होंने कहा कि आज राहुल गाँधी पर यह प्रश्न खड़े होते हैं कि वह DSU के साथ, CPI के साथ, CPM के साथ, AISF और कम्युनिस्ट विचारधारा के लोगों के साथ क्यूँ खड़े हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी को तय करना होगा कि वह देश बचाने वाले सैनिकों के साथ है या सैनिकों की जान लेने वालों के साथ। आज देश आपसे जबाब पाना चाहता है और आज दूध का दूध और पानी का पानी हो जाना चाहिए।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि मै आज भावुक हूँ और इसलिए भावुक हूँ क्यूंकि मेरे दादाजी फौजी थे, मेरे पिताजी ने इसी सदन में वन रैंक वन पेंशन का मुद्दा सबसे पहले उठाया था और हमारी सरकार ने ही इस वादे को पूरा किया है। भारतीय जनता पार्टी ने देश के लिए अपनी जान देने वालों के साथ किये वादे को पूरा करके दिखाया है।
उन्होंने कहा कि आखिर 9 फरवरी को यह जुलूस किसके लिए निकाला गया, यह जुलूस किसके लिए निकाला गया। कौन था अफजल गुरु? अनुराग ठाकुर इससे पहले कि राहुल गाँधी से जबाब मांगते वह सदन से उठकर बाहर चले गए या यूँ कहें सदन से भाग गए।
अनुराग ठाकुर ने कहा ‘राहुल गाँधी कहाँ चले गए, अभी तो मेरे सवाल शुरू हुए हैं, अब मै जबाब किससे मांगूंगा, मुझे कांग्रेस बताये – क्या अफजल गुरु शहीद है? मै कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने पूछना चाहता हूँ कि अफजल गुरु आतंकवादी था या नहीं था? जिसकी शहादत के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया राहुल गाँधी उन लोगों के साथ क्यूँ जाकर खड़े हो गए यह देश आपसे जानना चाहता है।
इस देश के लोकतंत्र की हत्या करने वाले के साथ आपका नौजवान नेता क्यूँ खड़ा था यह देश आपसे जानना चाहता है। आप हमारे सवालों से भाग नहीं सकते।
उन्होंने कहा कि उस कार्यक्रम के इश्तिहार पर लिखा है ‘अफजल हम तुम्हारे अरमानों को हम मंजिल तक पहुँचाएँगे’, कौन से अरमान थे अफजल गुरु के, कौन था अफजल गुरु, यह देश जानना चाहता है, जिसको फांसी देने के लिए आठ साल तक इन्तजार करना पड़ा। 2014 लोकसभा चुनाव से पहले उसे फांसी क्यूँ दी गयी इसे तय आपको करना है।
उन्होंने कहा कि जिस डेमोक्रेटिक स्टूडेंट (DSU) यूनियन के साथ राहुल गाँधी जाकर खड़े हो गए वह संगठन नक्सलियों का समर्थक है और उनकी विचारधारा को आगे बढाता है यह कांग्रेस सरकार ने कहा था।
उन्होंने कहा कि हमने सरकार में आने के बाद JNU के खर्चे में कोई कटौती नहीं की लेकिन आज देश का टैक्स पेयर पूछ रहा है कि टैक्स हमसे लेते हो, सब्सिडी उन्हें देते हो, वे देश विरोधी नारे लगाते हैं, देश को बर्बाद करने की कसमें खाते हैं, देश के सैनिकों का अपमान करते हैं, क्या ऐसे लोगों को JNU में इकठ्ठा करके रखोगे। उन्होंने कहा कि ये टैक्स पेयर के साथ न्याय हो रहा है।
उन्होंने कहा कि JNU में ये नारे लगते हैं:
कश्मीर की आजादी तक जंग रहेगी,
देश की बर्बादी तक जंग रहेगी,
बन्दूक के दम पर देंगे आजादी
गो इंडिया गो, इंडियन आर्मी मुर्दाबाद,
चैन से नहीं बैठेंगे, भारत की बर्बादी तक
भारत के टुकड़े होंगे, इंशा अल्लाह, इंशा अल्लाह
अफजल गुरु, मकबूल भट्ट, जिंदाबाद जिंदाबाद
कितने अफजल मरोगे, घर घर से अफजल निकालेंगे
अनुराग ठाकुर ने कहा कि क्या यह संसद के सदस्य संसद पर एक और हमले के लिए तैयार बैठे हैं। अगर इसे ही अभिव्यक्ति की अजादी या फ्रीडम ऑफ़ एक्सप्रेशन कहा जाता है तो यह देश का दुर्भाग्य है। यह फ्रीडम ऑफ़ एक्सप्रेशन नहीं है। ऐसे देशविरोधी तत्वों को आगे बढ़ने का मौका नहीं देंगे। हम भारत के टुकड़े नहीं होने देंगे और टुकड़े होने का इन्तजार भी नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा कि जवाहरलाल नेहरु यूनिवर्सिटी जो देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु के नाम पर है, वहां पर आपका नौजवान नेता जाता है और देश को तोड़ने की साजिश रचने वालों के साथ खड़ा हो जाता है। बड़ा दुःख होता है यह देखकर। इन्हें देश ने 60 साल तक देश पर राज करने का मौका दिया। इनके लिए फैमिली फर्स्ट, बाकी लोग नेक्स्ट और नेशनल लास्ट है। ये कांग्रेस का नारा है।
हमारे लिए नेशन फर्स्ट, बाके नेक्स्ट और फैमिली लास्ट, ये हमारा नारा है मैडम।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार और भारत में अंतर है। आप भारत सरकार की आलोचना कीजिये, हमारे मंत्रियों की आलोचना कीजिये, हमारी नीतियों की आलोचना कीजिये, हमारे हर कामों की आलोचना कीजिये लेकिन हमारे देश की आलोचना मत कीजिये। हम अपने देश की आलोचना नहीं सहेंगे।
2010 में दंतेवाडा में 76 नौजवान मारे गए, यही डेमोक्रेटिक स्टूडेंट यूनियन के छात्र JNU में जश्न मना रहे थे। जवानों के परिवार रो रहे थे, उनके परिवार पर क्या बीत रही होगी, सारा देश रो रहा था लेकिन ये JNU के छात्र खुशियाँ मना रहे थे, मिठाई बाँट रहे थे।
साभार : सचखबर