आम आदमी पार्टी में मचा भीतरी घमासान अब चरम पर पहुंच गया है। पार्टी के बड़े नेता ताबड़तोड़ प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अपनी बातें रख रहे हैं। जैसे ही बृहस्पतिवार शाम आप ने योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण का इस्तीफा स्वीकार करने का खुलासा किया, योगेंद्र और प्रशांत ने त्वरित टिप्पणी करते हुए अपनी सोशल मीडिया के जरिए रखी।
उसके बाद प्रशांत भूषण ने रात को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अपने ऊपर लगाए आरोपों को खारिज करते हुए, केजरीवाल और उनके साथियों पर झूठ का पुलिंदा खोलने का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी कहा पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र का अभाव है, वहां लिए जा रहे फैसले आपसी सहयोग न लेकर कुछ खास लोग ले रहे हैं।
प्रशांत की कॉन्फ्रेंस के ठीक बाद आप नेता संजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण की बातों का जवाब देना जरूरी है। उनके मुताबिक योगेंद्र यादव की सभी बातें मान ली गईं थी, उन्होंने यह भी कहा था कि पृथ्वी रेड्डी और आशीष खेतान जो मसौदा तैयार करेंगे वह सर्वमान्य होगा। लेकिन अब वे फिर से नये पैतरे खेल रहे हैं।
आम आदमी पार्टी ने बृहस्पतिवार को पीएसी की बैठक के नतीजे सार्वजनिक कर दिए। इस दौरान आम आदमी पार्टी ने वरिष्ठ आप नेता योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण का पीएसी से इस्तीफा मंजूर करने का दावा किया।
मीडिया से बातचीत में पार्टी नेता कुमार विश्वास और आशीष खेतान ने दोनों नेताओं में अंदर कुछ और बाहर कुछ बोलने का आरोप लगाते हुए उनका इस्तीफा मंजूर करने की बात कही। कुमार विश्वास ने बताया कि उनके इस्तीफे की कॉपी पार्टी के पास है, वो बहुत जल्द उसे मीडिया के सामने रख देंगे।
लेकिन ताज्जुब की बात ये है इस्तीफा मंजूर करने की खबर आते ही योगेंद्र यादव ने फटाफट ट्वीट करके ये कहा कि उन्होंने कोई इस्तीफा न देने की बात कही। बल्कि उन्होंने यह भी कहा कि क्या आप इस्तीफे की कॉपी दिखा सकती है।
इस्तीफा मंजूर करने का दावा करने के साथ आम आदमी पार्टी ने योगेंद्र यादव पर गंभीर आरोप भी लगाए। कुमार विश्वास ने बाताया कि योगेंद्र ने पहले हरियाणा का स्वतंत्र प्रभार मांगा, फिर कहा कि उसमें नवीन जयहिंद नहीं होने चाहिए। वहीं आशीष खेतान ने कहा कि योगेंद्र यादव ने यह प्रस्ताव रखा था कि केजरीवाल के खेमे के दो लोगों से इस्तीफा दिलवाइए, फिर हम दोनों भी इस्तीफा दे देंगे। फिर भी पार्टी ने उनकी सारी बातें मान लीं। लेकिन अब वो कुछ ऐसा चाहते हैं, जो आप को गंवारा नहीं है।
आशीष के मुताबिक वे लगातार अरविंद केजरीवाल को कमजोर करने के लिए प्रयासरत हैं। इसलिए पार्टी ने उनके इस्तीफे मंजूर किए। हालांकि इसके कुछ देर बाद ही योगेंद्र यादव ने ट्वीट किया आरोप निराधार हैं। उन्होंने चुनौती दी की अगर आप उनके खिलाफ कोई सबूत दिखाए, तो वो राजनीति छोड़ देंगे।
योगेंद्र यादव ने पूरे मामले पर एक खुली चिट्ठी लिखी है। जिसे उन्होंने सोशल मीडिया पर शेयर किया है।