
दिल्ली का एक नामी स्कूल इन दिनों बीजेपी में सदस्यता लेने के लिए अभियान चला रहा है। यह स्कूल अपने टीचरों और विद्यार्थियों को बीजेपी की सदस्यता लेने के लिए कह रहा है।
हालांकि स्कूल प्रशासन कह रहा है कि यह अभियान स्वैच्छिक है। लेकिन शिक्षकों और बच्चों का कहना है कि ये सच नहीं है। कुछ शिक्षकों ने तो दावा किया है कि उनकी सैलरी भी रोक ली गई, जब तक वो बीजेपी में सदस्यता न ले लें।
हम बता दें कि यह कोई और नहीं बल्कि दिल्ली के रोहिणी में स्थित रयान इंटरनेशनल स्कूल है। यह दिल्ली का एक बहुत ही प्रतिष्ठित और टॉप क्लास का स्कूल है।
स्कूल द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान को लेकर दिल्ली सरकार ने आज रयान इंटरनेशनल स्कूल को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। उपमुख्यमंत्री ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए डिप्टी डायरेक्टर लेवल के अफसर को मामले की जांच की जिम्मेदारी सौंपी है।वहीं रयान इंटरनेशनल स्कूल की सीनियर एक्जीक्यूटिव सुधा सिंह का इस पूरे मामले में कहना है कि हमारा स्कूल एक ऐसी जगह है जहां हम उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान करने में विश्वास रखते हैं।
सुधा सिंह ने बुधवार को मीडिया में आ रही खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि स्कूल का ऐसा कोई भी मकसद नहीं था कि वो कोई बीजेपी का आंदोलन चलाएं। हमारा तो स्वच्छ भारत का अभियान था जिसमें हमने अपने स्टाफ को शामिल किया था।
उन्होंने बच्चों और शिक्षकों के वॉट्सऐप नंबर पर आ रहे मैसेजों के बारे में कहा कि ऐसे किसी मैसेज को सही नहीं माना जा सकता।इस बारे में पूछने पर स्कूल के मैनेजिंग डायरेक्टर ग्रेस पिंटो ने इस बात की पुष्टि की है कि स्कूल में सदस्यता अभियान चलाया गया। लेकिन वह कहती हैं कि यह पूरी तरह स्वैच्छिक है। किसी पर इसके लिए कोई दबाव नहीं है।
पिंटो ने ये भी कहा कि यह दुख की बात होगी अगर स्टाफ ये बोल रहे हैं कि उन्हें बीजेपी की सदस्यता लेने के लिए बाध्य किया जा रहा है। स्कूल ने कभी भी किसी टीचर या बच्चे से बीजेपी की सदस्यता नहीं लेने को कहा है। वहीं दिल्ली बीजेपी महिला मोर्चा की अध्यक्ष कमलजीत सहरावत ने बताया कि पिंटो अब मोर्चा की राष्ट्रीय सचिव हैं।
शिक्षकों, बच्चों और उनके अभिभावकों ने भी ये बात कही है कि उन्हें वॉट्सऐप मैसेज मिले हैं जिनमें बीजेपी की सदस्यता लेने के लिए एक टोल फ्री नंबर 18002662020 दिया गया है। इस नंबर पर कॉल करने पर उसके रिप्लाई में एक मैसेज आता है, जिसमें बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता का नंबर आता है। इसका मतलब कि आप बीजेपी के सदस्य हो गए।ऐसा दावा किया जा रहा है कि यह मेंबरशिप नंबर स्कूल के मैनेजमेंट और उच्च पदाधिकारियों को बताना होता है। रयान के ही एक स्टाफ का कहना है कि स्कूल के माली से लेकर सीनियर शिक्षकों तक सभी को 10-10 सदस्यों को बीजेपी से जोड़ने को कहा है।
इस स्टाफ का ही दावा है कि बीजेपी की सदस्यता के लिए स्कूल में फॉर्म बांटे गए हैं और पार्टी का टोलफ्री नंबर वॉट्सऐप के जरिए भेजा जा रहा है।
एक बच्चे के अभिभावक ने कहा कि मेरी बेटी ने बताया कि उसके स्कूल में सदस्यता फॉर्म बांटे गए हैं। पिछले हफ्ते उसके क्लास टीचर की तरफ से पैरेंट्स के लिए बनाया गए वॉट्सऐप ग्रुप पर हमसे टोलफ्री नंबर पर कॉल करने और रजिस्टर करने को कहा गया।
शुरूआत में उन्होंने सोचा कि ये स्कूल के बारे में कुछ होगा लेकिन बाद में पता चला कि यह बीजेपी की सदस्यता के बारे में है और हम रजिस्टर नहीं करना चाहते थे।दिल्ली में ही स्थित स्कूल के अन्य ब्रांचों के कुछ टीचरों ने बताया कि सदस्यता अभियान के बारे में सुबह की एसेंबली में घोषणा की गई थी। शिक्षकों ने बताया कि उनकी मार्च की सैलरी रोक ली गई थी और उनसे फॉर्म भरकर देने के लिए कहा था।
फॉर्म भरकर देने पर ही उनकी सैलरी देने की बात कही गई थी। ये बात रयान स्कूल के मयूर विहार ब्रांच की एक टीचर ने बताई। वहीं वसंत कुंज और रोहिणी ब्रांच के टीचरों ने भी यही बात कही है।
रयान स्कूल की वेबसाइट के मुताबिक देशभर में स्कूल के 133 ब्रांच हैं जिनमें दो लाख से भी ज्यादा बच्चे पढ़ते हैं। इस ग्रुप का पहला स्कूल 1976 में मुंबई में खुला था। रोहिणी ब्रांच के एक स्टाफ ने बताया है कि यह मेंबरशिप अभियान रयान ग्रुप के हर स्कूल में चलाया जा रहा है।