बदरीनाथ। बदरीनाथ धाम के कपाट गुरुवार को दोपहर 3:35 बजे शीतकाल के लिए बंद किए जाएंगे। इसके लिए बदरीनाथ को फूलों से सजाया गया है। मंदिर सजाने के लिए ऋषिकेश से 25 क्विंटल गेंदा, गुलाब सहित अन्य प्रजाति के फूल लाए गए हैं। बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के साथ शीतकालीन पूजा अब जोशीमठ में होगी।
बदरीनाथ धाम में इस यात्रा सीजन में आपदा का साया देखने को मिला। बीते वर्ष आपदा के बाद इस वर्ष यात्रा सीजन से लोगों को खासी उम्मीद थी, लेकिन यात्रा पर एक लाख छियत्तर हजार एक सौ एक यात्री ही बदरीनाथ धाम पहुंचने से लोगों को निराशा ही हाथ लगी। बदरीनाथ मंदिर समिति को अब तक चार करोड़ अठाइस लाख की आय हुई है। बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के उत्सव में यात्रियों का आवागमन बदरीनाथ के लिए जारी है।
बुधवार को बदरीनाथ धाम में दो हजार यात्री पहुंच चुके हैं। गुरुवार को यात्रियों की संख्या पांच हजार से अधिक होने की उम्मीद है। कपाट बंद होने के अवसर पर फूलों से मंदिर के अलावा अलकनंदा पुल तक सजाया गया है। नारायण पुष्प समिति त्रिवेणी घाट के कार्यकर्ता भगवान बदरी विशाल के मंदिर को सजाने में जुटे हैं।