अयोध्या मामले की सुनवाई के लिए देश के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने नई बेंच का गठन कर दिया है। बेंच में जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस अब्दुल नजीर शामिल हैं। अब 29 जनवरी को 5 जजों की बेंच मामले की सुनवाई करेगी। रिपोर्ट के मुताबिक बेंच के तीन अन्य जजों में CJI, जस्टिस एसए बोबडे और जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ होंगे।
चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ के सदस्य जस्टिस ललित ने सुनवाई में आगे भाग लेने के प्रति अनिच्छा व्यक्त की थी। इसके बाद शीर्ष अदालत ने कहा था कि अब इस मामले के लिए अगली तारीख और सुनवाई का कार्यक्रम निर्धारित करने के लिए इसे स्थगित करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।
दरअसल, कोर्ट में एक मुस्लिम पक्षकार की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता राजीव धवन ने कहा था कि जस्टिस ललित बतौर अधिवक्ता 1997 के आसपास एक संबंधित मामले में उप्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की ओर से पेश हुए थे। उन्होंने कहा कि सिंह, उप्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री के रूप में, अयोध्या में विवादित स्थल पर यथास्थिति बनाए रखने का आश्वासन पूरा करने में विफल हो गए थे। अयोध्या में विवादित ढांचा 6 दिसंबर 1992 को गिराया गया था। उस संविधान पीठ के अन्य सदस्यों में जस्टिस एसए बोबडे, एनवी रमण, उदय यू ललित और डीवाई चंद्रचूड़ शामिल थे।