हर साल देश की १२ लड़कियों को निर्वस्त्र करके कैलेंडर छापने वाले खरबपति विजय माल्या को आखिरकार दिवालिया होना पड़ा. गरीबों कि गाढ़ी कमाई के पैसों से देश में चिट फंड का सबसे बड़ा साम्राज्य खड़ा करने वाले सुब्रत राय को तिहाड़ की सलाखों के पीछे जाना पडा . देश के सबसे बड़े खोजी पत्रकार तरुण तेजपाल खबर की जगह जब अपनी ही बेटियों में चरम सीमा खोजने निकले तो ज़िन्दगी भर के लिए स्खलित हो गये. और देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी के प्रमुख रंजित सिन्हा जब सबसे बड़े चोरों के मौसेरे भाई बने तो पूरा देश जान गया कि सीबीआई चीफ खुद चोर है.
मित्रों एक बात गाँठ बांधकर जान लीजिये कि बचेगा कोई नही. अगर मैंने भी खबर के नाम पर पैसा लिया तो बचूंगा नही. अगर किसी लड़की को मे सार्वजनिक तौर पर बहिन बता रहा हूँ और मेरे रिश्ते ठीक उलट है तो भगवान की सौगंध दीपक शर्मा को सजा ज़रूर मिलनी चाहिए.
मित्रों मै क्या ..सार्वजनिक जीवन में कोई भी हो …अगर चरित्रहीन है …तो क्या नेता, क्या व्यापारी, , क्या पत्रकार. क्या प्रधानमंत्री … चरित्रहीनता की सज़ा सबको मिलेगी. बराबर मिलेगी. कोई बच नही सकता. कोई बचा नही सकता.
दीपक शर्मा