नेपाल भागने की तैयारी में था नारायण साईं
रेप मामले में करीब 60 दिनों बाद दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद नारायण साईं क्राइम ब्रांच के अधिकारियों को प्रवचन देने लगा था। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि क्राइम ब्रांच के रोहिणी स्थित ऑफिस में जब साईं को लाया गया तो वह कहने लगा कि भगवान के साथ भी ऐसा हुआ था। उसके साथ हो गया तो इसमें कोई नई बात नहीं है। सचाई सबके सामने आएगी।
इसके बाद क्राइम ब्रांच के एक इंस्पेक्टर ने साईं को डांट लगाई और कहा कि चुपचाप रहो और प्रवचन मत दो। रही बेगुनाह होने की बात तो वह कोर्ट में बोलना। क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने बताया कि अगर दो-तीन दिन और साईं नहीं पकड़ में आता तो वह नेपाल भाग जाता। उसकी पूरी योजना नेपाल भागने की थी, लेकिन उससे पहले ही क्राइम ब्रांच ने उसे धर-दबोचा। क्राइम ब्रांच का कहना है कि वह दिल्ली सरेंडर करने नहीं आ रहा था। वह अपने मामले में कुछ वकीलों से कानूनी सलाह लेने आ रहा था।
पुलिस अधिकारियों ने यह भी बताया कि साईं जब अंबाला में छिपा था, तब उसने अपने पिता आसाराम बापू का जेल में हालचाल जानने के लिए कुछ लोगों को अपने पास बुलाया था। जोधपुर जेल में बंद बापू के बारे में उसने अपने कुछ भक्तों को आदेश भी दिए थे। इनमें कुछ सरकारी कर्मचारियों को भी बताया गया है। लेकिन यह कौन लोग हैं, अधिकारी ने उनका नाम नहीं बताया। क्राइम ब्रांच के अधिकारी ने बताया कि साईं फरार होने के दौरान भी लगातार आसाराम बापू की सुविधा के बारे में कुछ लोगों के टच में था।