नारायण साई को पकड़ने के लिए सूरत पुलिस ने बनाईं 6 टीमें

saiअहमदाबाद।। कल तक तो आसाराम बापू के बेटे नारायण साई न्यूज चैनल्स पर मुस्कुराते हुए अपने पिता को डिफेंड करते दिख रहे थे, मगर जब खुद पर आरोप लगे तो वह गायब हो गए। दो बहनों द्वारा आसाराम और नारायण साई पर यौन शोषण के आरोप लगाए जाने के बाद से साई का कुछ पता नहीं चल रहा। पुलिस ने सूरत आश्रम पर छापेमारी भी की, मगर वहां पर साई नहीं मिले। सूरत पुलिस ने साई को पकड़ने के लिए 6 टीमें तैयार की हैं, मगर डर है कि कहीं साई नेपाल न भाग गए हों।

सूरत की दो बहनों द्वारा यौन शोषण के आरोप लगाने के बाद नारायण साई फरार हो गए हैं। साई के खिलाफ सूरत के जहांगीरपुरा पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। इसके बाद पुलिस ने सूरत आश्रम पर छापा मारा, मगर साई वहां पर नहीं थे। आशंका जताई जा रही है कि वह नेपाल भाग गए हैं। सूरत के पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने बताया कि साई को पकड़ने के लिए 6 टीमें तैयार की गई हैं, जो जगह-जगह दबिश दे रही है।

564020_634049853306006_1078079808_nइस बीच आसाराम के खिलाफ सूरत से ट्रांसफर हुई कंप्लेंट के आधार पर अहमदाबाद के चांदखेड़ा पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। आरोप लगाने वाली बड़ी बहन का कहना था कि आसाराम ने उसके साथ गुजरात के मोटेरा आश्रम में कई बार यौन शोषण किया था। अहमदाबाद पुलिस की स्पेशल टीम इस मामले की इन्वेस्टिगेशन के लिए सूरत पहुंच गई है, जो विक्टिम का बयान दर्ज करेगी।

बड़ी बहन ने आरोप लगाया है कि आसाराम ने 1997 से लेकर 2006 तक वह आश्रम में रही, जहां पर कई बार उसका यौन शोषण किया। छोटी बहन ने आसाराम के बेटे साई के खिलाफ इसी तरह का आरोप लगाया है। छोटी बहन का कहना है कि जब वह सूरत आश्रम में थी, तब 2002 और 2005 के बीच उसका यौन शोषण किया गया। दोनों बहनों ने आसाराम की पत्नी और बेटी पर भी संगीन आरोप लगाए हैं। दोनों बहनों के आरोपों के बाद आसाराम और नारायण साई के खिलाफ रेप, यौन शोषण और गैरकानूनी रूप से बंधक बनाने समेत कई आरोप लगे हैं।

इस बीच गुजरात में चर्चा है कि सूरत की दो बहनों द्वारा आसाराम बापू और उनके बेटे नारायण साई पर आरोप लगाने का मामला पाकिस्तानी लेखिका तहमीना दुर्रानी की किताब ब्लासफेमी से बहुत मेल खाता है। यह किताब पाकिस्तान के एक धर्मगुरु की सेक्स लाइफ के काले कारनामों पर आधारित है।