नई दिल्ली। देश की प्रतिष्ठित जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में एक छात्र आकाश द्वारा एकतरफा प्यार में खेले गए मौत के खेल का सच उसके सुसाइड नोट से सामने आया है। चार पन्नों का यह इस सुसाइड नोट उसकी डायरी से बरामद हुआ है, जिसमें उसने इस दिल दहला देने वाली वारदात के पीछे का सच बयां किया है। सुसाइड नोट से पता चला है कि आकाश इस वारदात को अंजाम देने का पूरा तानाबाना पहले ही बुन चुका था।
सुसाइड नोट में आकाश ने लिखा है’ रोशनी के लिए मैने सब कुछ किया पर उसने मेरा इस्तेमाल किया। मैं खुद को ठगा सा महसूस कर रहा था। वह मेरा मजाक उड़ाती थी। हमारे बीच बहुत कुछ था और हम बेहद नजदीकी दोस्त थे। हमारे दोस्त भी यह सब जानते थे। हम एक दूसरे को पिछले दो सालों से जानते थे। हम क्लास में और क्लास के बाद भी एक दूसरे के साथ रहते थे। हम अपनी पढ़ाई के नोट्स भी एक दूसरे के साथ शेयर करते थे। वह मेरी जिंदगी में बहुत अहमियत रखती थी पर उसकी महत्वकांक्षाओं के चलते हम दोनों के बीच कुछ गलत सा होता चला गया। वह मुझे कई जगह नीचा दिखाने लगी।
आकश ने सुसाइड नोट में जो आगे लिखा वह उन दोनों के रिश्तों में दरार की वजह बना। रोशनी, जो अब तक उसके साथ रहकर खुश थी, वह अब दुखी रहने लगी। इतना ही नहीं, वह उसे कई बार नजरअंदाज करने लगी। वह उसका मजाक उड़ाने लगी।
सूत्रों ने बताया है कि यह सुसाइड नोट ज्यादातर हिंदी में लिखा गया है, पर उसके कुछ अंश अंग्रेजी में भी है। आकाश ने आगे लिखा, इसमें मेरी क्या गलती है। यह रोशनी का फैसला था, हम संबंधों में रहें। रोशनी के चलते ही मैंने अपनी जिंदगी में इतना बड़ा कदम उठाया। आकाश के इरादों का इस बात से पता चलता है कि उसने यह सुसाइड नोट या तो मंगलवार रात को लिखा या बुधवार सुबह को लिखा। पुलिस सूत्रों के अनुसार, सुसाइड नोट की हैंडराइटिंग की जांच के लिए उसे सीएफएसएल में जांच के लिए भेजा गया है।