मिशन-2014 की तैयारियों में जुटे राहुल गांधी को तगड़ा झटका लगा है। कांग्रेस की खुफिया रिपोर्ट में यह तथ्य सामने आया है कि यूपी कोटे के केंद्रीय मंत्री दरअसल हीरो नहीं जीरो हैं।
उत्तर प्रदेश के प्रभारी महासचिव मधुसूदन मिस्त्री ने प्रदेश का व्यापक दौरा करने के बाद जो रिपोर्ट तैयार की है, उसमें इस बातें सामने आई हैं। मिस्त्री ने सोमवार को पार्टी हाईकमान को यह रिपोर्ट सौंपी
रिपोर्ट में जिन मंत्रियों के कामकाज पर उंगलियां उठाई गई हैं, वह राहुल के काफी करीबी माने जाते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि इन मंत्रियों का आम कार्यकर्ताओं से दूर-दूर तक कोई नाता नहीं है।
भले ही पार्टी की आंतरिक रिपोर्ट के आधार पर मंत्रियों की कुर्सी खतरे में नहीं हैं। लेकिन रिपोर्ट में उठे सवाल के बाद राहुल बेहद नाराज हैं। लिहाजा, भविष्य में उन पर सियासी तलवार लटक सकती है।
मिस्त्री ने अपनी रिपोर्ट में इन मंत्रियों के आगामी चुनाव में जीतने पर भी सवाल उठा दिए हैं। यूपी से केंद्र में तीन कैबिनेट मंत्री के तौर पर सलमान खुर्शीद, बेनी प्रसाद वर्मा और श्रीप्रकाश जायसवाल हैं। जबकि राज्य मंत्री के तौर पर आरपीएन सिंह, जीतिन प्रसाद और प्रदीप जैन हैं।
मिस्त्री ने रिपोर्ट तैयार करने से पहले दो बार प्रदेश का दौरा किया और इस दौरान वह प्रदेश, जिला और ब्लॉक समिति के सदस्यों और कार्यकर्ताओं से मिले।
इसके अलावा आठ जोनल अध्यक्षों से भी मैराथन बैठक की। रिपोर्ट में कहा गया है कि सूरजकुंड की संवाद बैठक हो या फिर जयपुर की चिंतन बैठक। कार्यकर्त्ताओं से मंत्रियों तक सीधे पहुंच की जो प्रणाली बनाने की बात थी, वह उत्तर प्रदेश में ध्वस्त दिख रही है।
कार्यकर्ता ही नहीं बल्कि प्रदेश कांग्रेस इकाई के पदाधिकारी भी मंत्रियों की बेरुखी से परेशान हैं। मंत्री अपने मनमर्जी से क्षेत्र का दौरा करते हैं। प्रदेश कांग्रेस इकाई को जानकारी देना भी उचित नहीं समझते।
दिल्ली छोड़ करना होगा काम: राहुल
राहुल गांधी ने मंत्रियों को दो टूक कह दिया है कि चुनाव को एक साल भी नहीं रह गया है। इसलिए उन्हें दिल्ली छोड़ क्षेत्र में काम करना होगा। राहुल ने कहा कि सभी मंत्रियों को प्रदेश कांग्रेस इकाई को साथ लेना पड़ेगा। सभी मंत्रियों को हर महीने 10 से 12 जिलों का दौरा करने के लिए कहा गया है और इसकी रिपोर्ट देने के लिए कहा है।
यूपी में तीन कैबिनेट मंत्री
–सलमान खुर्शीद, विदेश मंत्री
–बेनी प्रसाद वर्मा, इस्पात मंत्री
–श्रीप्रकाश जायसवाल, कोयला मंत्री
तीन राज्य मंत्री
–आरपीएन सिंह, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री
–जितिन प्रसाद, केंद्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री
–प्रदीप जैन, केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री
ये हैं शिकायतें
–केंद्रीय मंत्री अपनी मनमर्जी से दौरे करते हैं।
–निर्वाचन क्षेत्र में कार्यकर्ताओं से मिलते नहीं।
–दिल्ली में भी कार्यकर्ताओं को मिलने नहीं दिया जाता।
–प्रदेश इकाई को जानकारी देना मुनासिब नहीं समझते।