बिजनौर।। उत्तर प्रदेश में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और उन्हें कानून का खौफ तक नहीं रह गया है। इटावा के बाद बिजनौर में दबंगों ने सरेआम एक युवती को घेरकर जिंदा जला दिया। इस दौरान वहां मौजूद ग्रामीण तमाशबीन बने रहे। युवती ने मृत्यु पूर्व दिए बयान में मैजिस्ट्रेट को सभी आरोपियों के नाम बता दिए हैं। एक आरोपी गिरफ्तार कर लिया है, बाकी चार आरोपियों की तलाश जारी है।
हीमपुर दीपा क्षेत्र के मुढ़ाल गांव की रहने वाली किरण (18 वर्षीय) पर आरोप था कि उसने अपनी सहेली को प्रेमी के साथ भागने में मदद की थी। दूसरी युवती के परिवार वालों ने इस बारे में थाने में कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई थी और अपने स्तर से ही युवती को उन्नाव से बरामद कर लिया था। इस विवाद को लेकर गांव में तीन बार पंचायत हो चुकी थी।
दूसरे पक्ष का कहना था कि युवती को बरामद करने में खर्च हुए 25 हजार रुपये किरण के पिता सूरज को देना होगा। सूरज ने अपनी माली हालत का हवाला देते हुए इतनी रकम देने से इनकार कर दिया। पुलिस को भी इन पंचायतों की भनक थी लेकिन पर्याप्त कदम नहीं उठाए गए। गुरुवार को हुई अंतिम पंचायत में दबंगों ने किरण और उसके परिवार को सबक सिखाने की धमकी दी।
गुरुवार रात करीब साढ़े नौ बजे पड़ोस की परचून की दुकान से सामान खरीदकर लौट रही थी। आरोप है कि रास्ते में गांव के ही कैलाश, भीम सिंह, पिंटू, अजय और बबलू ने उसे घेर लिया। उस पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी। जलती हुई किरण घर की ओर भागी और घर के सामने आकर बेहोश होकर गिर पड़ी। घरवालों ने किसी तरह आग बुझाई, लेकिन तब तक किरण गंभीर रूप से झुलस चुकी थी। किरण को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां से उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। देर रात युवती ने दम तोड़ दिया।
हालांकि, मरने से पहले बयान में किरण ने एसडीएम सदर मंजु लता को पांचों आरोपियों के नाम बता दिए। इनके खिलाफ मृतक के पिता सूरज सिंह ने नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई है। होमगार्ड कैलाश को गिरफ्तार कर लिया गया है। कैलाश के परिवार की ही लड़की एक महीना पहले लापता हो गई थी।
इससे पहले इटावा में भी करीब 10 दिन पहले पांच लड़कों ने गैंग रेप के बाद एक युवती के ऊपर मिट्टी तेल छिड़क कर आग लगा दी थी। नौ दिन तक मौत से जूझने के बाद युवती ने गुरुवार को देर रात सैफई के मिनी पीजीआई में दम तोड़ दिया था।