उपचुनावः मोदी का जादू चला, नीतीश को झटका

नई दिल्ली।। पांच राज्यों में लोकसभा की 4 सीटों और विधानसभा की 6 सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे आने लगे हैं। गुजरात में नरेंद्र मोदी का जादू बरकरार रहते हुए बीजेपी ने दोनों (बनासकांठा और पोरबंदर) लोकसभा सीटें कांग्रेस से छीन ली हैं। वहीं चार विधानभा सीटों में से 1 पर बीजेपी को जीत मिली है और 3 पर वह आगे चल रही है। ये सभी सीटें कांग्रेस के पास थीं। बिहार में महाराजगंज लोकसभा सीट के उपचुनाव में नीतीश को बड़ा झटका लगा है। सरकार में शिक्षा मंत्री और जेडीयू के उम्मीदवार प्रशांत कुमार शाही आरजेडी के प्रभुनाथ सिंह से करीब 42 हजार वोटों से पीछे चल रहे हैं। शाही ने अपनी हार भी स्वीकार कर ली है। उधर, पश्चिम बंगाल की हावड़ा लोकसभा सीट दोबारा सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस के खाते में जाती दिख रही है।

(उपचुनाव के रुझानों और नतीजों पर हमारी नजर है। हम टेबल को लगातार अपडेट कर रहे हैं)

लोकसभा उपचुनाव-4 सीटें
राज्य/सीट रुझान/नतीजे
गुजरात/बनासकांठा बीजेपी के हरिभाई चौधरी जीते
गुजरात/पोरबंदर BJP उम्मीदवार विट्ठल रडाडिया करीब 1 लाख 21 हजार वोटों से जीते
पश्चिम बंगाल/हावड़ा तृणमूल आगे
बिहार/ महाराजगंज आरजेडी प्रत्याशी प्रभुनाथ सिंह 42 हजार वोटों से आगे
विधानसभा उपचुनाव-6 सीटें
राज्य/सीट रुझान/नतीजे
गुजरात/धोराजी बीजेपी आगे
गुजरात/जेतपुर बीजेपी जीती
गुजरात/लिंबरी बीजेपी आगे
गुजरात/ मोरवा हड़फ बीजेपी आगे
यूपी/हांडिया
महाराष्ट्र/यवतमाल

गुजरात में दो लोकसभा सीटों- पोरबंदर और बनासकांठा सीट के लिए और चार विधानसभा सीटों धोराजी, जेतपुर, लिंबरी और मोरवा हड़फ के लिए उपचुनाव हुआ था। बीजेपी शासित गुजरात में इन उपचुनावों को विपक्षी कांग्रेस के लिए एक अग्निपरीक्षा माना जा रहा है। बनासकांठा लोकसभा सीट कांग्रेस के सांसद मुकेश गढ़वी के निधन की वजह से खाली हुई थी। पोरबंदर सीट विट्ठल रडाडिया के इस्तीफे की वजह से खाली हुई थी। रडाडिया ने फरवरी में कांग्रेस छोड़ी और बीजेपी में शामिल हो गए थे। लोकसभा उपचुनाव के लिए बीजेपी ने उन्हें ही उम्मीदवार बनाया।

ममता की प्रतिष्ठा दांव परः इसके अलावा पश्चिम बंगाल की हावड़ा लोकसभा सीट के उपचुनाव में ममता की प्रतिष्ठा दांव पर है। 2009 में कांग्रेस और तृणमूल ने इस सीट पर मिलकर चुनाव लड़ा था। यह सीट तृणमूल के खाते में गई थी। तृणमूल ने अब भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कैप्टन प्रसून बनर्जी को, कांग्रेस ने ऐडवोकेट सनातन मुखर्जी को और सीपीएम ने पार्टी के पूर्व जिला सचिव सुदीप भट्टाचार्य को मैदान में उतारा है। बीजेपी ने यहां अपना उम्मीदवार खड़ा नहीं किया है, हालांकि बीजेपी नेता रंजन पाल यहां से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर खड़े हैं। शारदा चिटफंड घोटाले के बाद हो रहा यह उपचुनाव इसलिए भी अहम है क्योंकि यह राज्य में पंचायत चुनावों से ठीक पहले हो रहा है।

नीतीश के मंत्री की परीक्षा: बिहार की महाराजगंज लोकसभा सीट पर दिलचस्प मुकाबला है। यह सीट आरजेडी के सांसद उमाशंकर सिंह के निधन से खाली हुई थी। इस सीट पर सत्तारूढ़ जेडीयू के उम्मीदवार प्रशांत कुमार शाही, आरजेडी के प्रभुनाथ सिंह और कांग्रेस के जितेंद्र स्वामी चुनाव लड़ रहे हैं। प्रशांत कुमार शाही राज्य के शिक्षामंत्री भी हैं।

आखिलेश की भी परीक्षाः इसके अलावा यूपी में हांडिया विधानसभा के लिए उपचुनाव का भी नतीजा आएगा। यहां कुल 13 प्रत्याशियों की किस्मत दांव पर लगी है, लेकिन मुख्य मुकाबला समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच है।

महाराष्ट्र में यवतमाल का भी नतीजाः महाराष्ट्र में यवतमाल विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव का नतीजा भी आएगा। कांग्रेस के विधायक नीलेश पारवेकर के निधन के कारण यह सीट खाली हुई थी। उनकी जगह उनकी पत्नी- नंदिनी ने चुनाव लड़ा है। इसी सीट पर बीजेपी एवं कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला हुआ है।