गूगल समिट: उमर ने गुजरात सरकार की पोल खोली

नई दिल्ली।। भारतीय नेताओं में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को टेक्नॉलजी के इस्तेमाल में अगुआ माना जाता है, लिहाजा उन्हें 21 मार्च को गूगल की ‘बिग टेंट एक्टिवेट समिट 2013’ में हिस्सा लेने का न्योता दिया गया है। मोदी गूगल प्लस हैंगआउट के जरिए समिट में ‘राजनीति में टेक्नॉलजी’ पर भाषण देंगे।

इस बात की जानकारी देने में गुजरात सरकार ने देर नहीं की। तुरंत एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर मोदी की इस उपलब्धि की सूचना मीडिया तक पहुंचा दी गई। मगर, गलती यह हुई कि गुजरात सरकार की इस प्रेस विज्ञप्ति में मोदी को यह न्यौता पाने वाला देश का इकलौता मुख्यमंत्री बता दिया गया। समाचार एजेंसी पीटीआई ने अपनी खबर में गुजरात सरकार की प्रेस विज्ञप्ति के हवाले से बताया कि मोदी देश के एकमात्र मुख्यमंत्री हैं जिन्हें भाषण देने का न्योता मिला है।

जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अबदुल्ला ने इस पर तल्ख टिप्पणी की। उन्होंने सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर लिखा है, ‘क्या मजाक है! कहा जा रहा है कि नरेंद्र मोदी इकलौते मुख्यमंत्री हैं जिन्हें गूगल समिट में बुलाया गया है। उन्होंने मुझे भी न्योता भेजा है।

दरअसल, एजेंसी की खबर आते ही नेटवर्किंग साइट पर नरेद्र मोदी के समर्थक छा गए थे। उनके समर्थन में जोरदार ट्वीट होने लगे थे। उमर के ट्वीट ने मोदी के इन समर्थकों को बचाव की मुद्रा में ला दिया।

बयान के अनुसार, भाषण से पहले मोदी गूगल इंटरनैशनल के चेयरमैन एरिक समिद से गूगल प्लस हैंगआउट के जरिए बात करेंगे। इस सम्मेलन में इन दोनों लोगों के अलावा ब्रिटिश अखबार ‘द गार्डियन’ के चीफ एडिटर एलन रसब्रिडगर और वर्ष 2008 से 2012 के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के कैंपेन के डेप्युटि डायरेक्टर स्टीफन कटर भी शामिल होंगे।