नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की मानें तो अजीत चंदीला न केवल स्पॉट फिक्सिंग कर मोटी रकम वसूल रहा था, बल्कि दूसरे क्रिकेटरों से स्पॉट फिक्सिंग करवाने के लिए बुकीज से कमीशन भी लेता था। विशेष पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव ने इस बात की पुष्टि की है। पूछताछ में ये बात सामने आई है कि अजीत बुकी के चार ग्रुपों के संपर्क में था। उसने एक बुकी से पैसे भी ले लिए थे, मगर उसके लिए फिक्सिंग नहीं की थी और उसे धोखा दे रहा था।
दिल्ली पुलिस अधिकारियों के अनुसार बुकी के चार ग्रुप के बारे में जानकारी मिली है। इनमें तीन ग्रुप सामने आ चुके हैं। एक ग्रुप सुनील भाटिया, रिंकू मंडी का है। दूसरा ग्रुप चंद्रेश उर्फ चांद, अमित सिंह और मानन का और तीसरा ग्रुप दीपक और रॉकी का है। ये ग्रुप निजी हितों के लिए आपस में संपर्क में रहते थे, मगर हर ग्रुप स्पॉट फिक्सिंग अलग-अलग करते थे। क्रिकेटर चंदीला ने सुनील भाटिया ग्रुप से फिक्सिंग करने के लिए 25 लाख रुपये ले लिए थे, मगर फिक्सिंग नहीं की थी। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वह सुनील भाटिया को गुमराह व टरकाता रहा।
इसके अलावा अजीत चंदीला ने चंद्रेश उर्फ चांद ग्रुप के लिए फिक्सिंग की थी। चंदीला ने इस ग्रुप से एडवांस के तौर पर नौ लाख रुपये ले लिए थे। इस ग्रुप के लिए चंदीला ने पांच मई को जयपुर में खेले गए मैच में फिक्सिंग की थी। इसके अलावा चंदीला ने दीपक ग्रुप से 15 लाख रुपये फिक्सिंग के लिए ले लिए थे। उसे 17 मई को हैदराबाद में खेले गए मैच में फिक्सिंग करनी थी। दिल्ली पुलिस अधिकारियों के अनुसार इस बात की भी तफ़्तीश की जा रही है कि चंदीला ने कमीशन के तौर पर कितनी रकम हासिल की है।