ग्रेटर नोएडा वेस्ट की अम्रपाली ड्रीम वैली सोसायटी में शुक्रवार को लिफ्ट गिरने से हुई दुर्घटना में मृतकों की संख्या बढ़कर शनिवार को आठ हो गई है जिला अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार की सुबह अस्पताल में भर्ती चार अन्य मजदूरों ने भी दम तोड़ दिया मृतकों की संख्या बढ़ाने के बाद प्रशासनिक अफसर में हड़कंप मच गया है गौतम बुद्ध नगर के जिला अधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने सभी व्रत के लिए 25-25 लाख के प्रतिदान (compensation )की घोषणा की है इसमें 20 लाख रुपए एनबीसीसी और 5 लाख रुपए कोर्ट रिसीवर की तरफ से दिया जाएगा ।
दुर्घटना में मृत व्यक्तियो के नाम
- इस्ताक अली पुत्र इरशाद अली निवासी ग्राम फतेहजोर बिसरोलिया थाना बलरामपुरजिला बलरामपुर बिहार उम्र 23 वर्ष
- अरुण तांती मंडल पुत्र रुदल मंडल निवासी हुश्यारी थाना खौसी जिला बांका बिहार उम्र 40 वर्ष
- विपोत मंडल पुत्र दीनू मंडल निवासी ग्राम भागूडीह थाना अहमदाबाद जिला कटिहार बिहार उम्र 45 वर्ष
- आरिस खान निवासी गांव सियाली जागीर थाना हसनपुर जिला अमरोहा उम्र 22 वर्ष
- अली निवासी ग्राम सियाली थाना हसनपुर जिला अमरोहा उम्र
- कुलदीप पाल पुत्र जसरथ पाल निवासी ग्राम दीपकपुर जिला थाना छिबरामऊ कन्नौज उम्र 20 वर्ष
- अरबाज अली निवासी गांव सियाली थाना हसनपुर जिला अमरोहा
- मान अली पुत्र मेहराज अली निवासी ग्राम सियाली थाना हसनपुर जिला अमरोहा उम्र 23 वर्ष
- कैफ निवासी गांव अजराना जिला मेरठ हालत गंभीर इनका उपचार चल रहा है
स्मरण रहे कि थाना बिसरख क्षेत्र के आम्रपाली ड्रीम वैली प्रोजेक्ट में शुक्रवार को निर्माण के दौरान लापरवाही बरतने के बाद 80 फुट से एक पैसेंजर लिफ्ट नीचे गिर गई थी ।जिसके कारण लिफ्ट में मौजूद चार मजदूरों की मृत्यु तत्काल हो गई थी जबकि पांच मजदूरों को जिला अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया था ।
घटनास्थल पर मौजूद प्रत्यक्ष दर्शियों के अनुसार फोन करने के बाद भी एम्बुलेंस नहीं पहुंची थी ऐसे में वहां मौजूद लोगों ने जल्दबाजी में लोगों को लोडिंग गाड़ी में डालकर अस्पताल तक पहुंचा एंबुलेंस के समय से न पहुंचने के बाद जिले में स्वास्थ्य विभाग पर भी प्रश्न उठने शुरू हो गए हैं कहा जा रहा है कि अगर समय से घायलों को इलाज मिल जाता तो कुछ जान बचाई जा सकते थी ।
घटना के बाद संज्ञान लेते हुए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने भी सभी निर्माण अधीन साइट्स पर चेकिंग के निर्देश दे दिए हैं इसके साथ ही सोसाइटियों में चल रही लिफ्ट की भी चेकिंग के निर्देश दिए हैं किंतु प्रश्न यह है कि श्रम विभाग अभी तक क्या कर रहा था क्या श्रम विभाग सिर्फ पैसे लेकर बिल्डरों को प्रमाण पत्र देने के लिए है।
दुर्घटना के बाद शहर ने नेताओ ने की लिफ्ट एक्ट की मांग
निर्माणाधीन बिल्डिंग में पैसेंजर लिफ्ट में हुई दुर्घटना के बाद नोएडा ग्रेटर नोएडा में समाज सेवा के नाम पर नेतागिरी चमका रहे लोगों ने तत्काल लिफ्ट एक्ट की मांग को तेज कर दिया है। किंतु प्रश्न इन समाजसेवियों पर भी उठ रहा है कि आखिर निर्माण दिन बिल्डिंग के पेसेजंर लिफ्ट का सोसाइटी में लगने वाले लिफ्ट से क्या संबंध है, या फिर दुर्घटना के बहाने यह एक बार फिर से नेतागिरी चमकाने की आसान कोशिश है । क्योंकि लिफ्ट एक्ट की मांग के साथ यह प्रश्न हमेशा उठते रहे हैं कि क्या लिफ्ट एक्ट लागू कर देने से लिफ्ट की दुर्घटनाएं रुक जाएगी या फिर बने हुए नियमों में ही प्रशासनिक नियंत्रण को सख्त करना ज्यादा महत्वपूर्ण है । आखिर समाज सेवी लिफ्ट एक्ट के नाम पर जिले में इंस्पेक्टर राज को क्यों स्थापित करना चाहते हैं ?