पश्चिमी दिल्ली 1984 के सिख दंगा आरोपियों व दंगा आरोपियों को सरकारी व्यवस्था द्वारा मिल रहे कथित समर्थन के खिलाफ सिख संगठनों ने तिलक नगर में विरोध प्रदर्शन कर अपना आक्रोश जताया। प्रदर्शन के दौरान सड़क पर यातायात ठप्प कर दिया गया। मेट्रो स्टेशन बंद कर दिए गए तथा केंद्र सरकार व आरोपियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान पूरा तिलक नगर इलाका पुलिस छावनी में तब्दील रहा। इलाके के चप्पे चप्पे पर दिल्ली पुलिस व बीएसएफ के जवान तैनात थे।
प्रदर्शन की शुरुआत तिलक नगर थाने के सामने नारेबाजी के साथ शुरु हुई। थाने के सामने काफी संख्या में दिल्ली सहित आसपास के शहरों से आए सिखों की भीड़ जुटी थी। इनमें 84 के दंगा पीड़ित परिवार भी शामिल थे। प्रदर्शन में बुजुर्ग व महिलाओं की भी अच्छी खासी तादाद थी। इस अवसर पर भाजपा, अकाली दल व दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के कार्यकर्ता व पदाधिकारी भी काफी संख्या में थे।
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि सरकार ने जानबूझकर सरकारी तंत्र का इस्तेमाल आरोपियों को बचाने में किया है। आरोपियों को बचाने के लिए केस को कमजोर किया गया। जिससे आरोपी बच निकले। दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मंजीत सिंह जीके ने कहा कि सिखों की भावनाओं के साथ सरकार ने खिलवाड़ किया है। सारा देश इस बात को जानता है। हम प्रजातांत्रिक तरीके से कोर्ट, जनता की अदालत समेत हरेक जगह न्याय के लिए अपना संघर्ष जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि कल यानि बृहस्पतिवार को सिख कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर जाकर अपना विरोध प्रदर्शन करेगी। वहीं अकाली दल के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि हमारा विरोध कांग्रेस व उसके द्वारा सरकारी तंत्र के बेजा इस्तेमाल के खिलाफ है। आज सरकार को गोधरा दंगा दिखाई देता है लेकिन सिखों का 1984 में किया गया जनसंहार दिखाई नहीं देता।
मेट्रो स्टेशन रहे बंद :
प्रदर्शन के दौरान ही लोग एकाएक तिलक नगर व सुभाष नगर मेट्रो स्टेशन की तरफ कूच कर गए। कई प्रदर्शनकारी मेट्रो स्टेशन में दाखिल होने में कामयाब भी हो गए। लेकिन सीएसआईएफ जवानों ने उन्हें बाहर कर दिया। लेकिन मेट्रो स्टेशन गेट के बाहर जमा विशाल भीड़ को देखते हुए सुभाष नगर व तिलक नगर मेट्रो स्टेशन का द्वार बंद कर दिया गया। 11.30 बजे से तीन बजे तक दोनो मेट्रो स्टेशन यात्रियों के लिए बंद रहे। साथ ही नजफगढ़ रोड पर भी यातायात करीब तीन घंटे तक पूरी तरह बाधित रहा।
इससे पहले कांग्रेस के पूर्व सांसद सज्जन कुमार के 1984 सिख दंगा मामले में अदालत से बरी होने से नाराज सिख बुधवार को दिल्ली में जगह-जगह विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। सिख संगठनों के आह्वान पर सिख दिल्ली में जगह-जगह विरोध कर रहे हैं। सिख संगठनों ने गुरुवार को भी विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है।