राजेश बैरागी । जनपद गौतमबुद्धनगर की एकमात्र नगर पालिका परिषद (शेष पांच नगर पंचायत हैं) में नवनिर्वाचित अध्यक्ष और सभासदों के बीच संवादहीनता के चलते टकराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। इसके परिणामस्वरूप सभासदों के एक गुट और पालिका कर्मियों के बीच आए दिन आरोप प्रत्यारोप और झगड़ा फसाद की नौबत आ गई है।
तीसरी बार लगातार जीत हासिल कर दादरी नगर पालिका परिषद अध्यक्ष बनी श्रीमती गीता पंडित और उनके नवनिर्वाचित सभासदों के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। अध्यक्ष और सभासदों के बीच सबसे बड़ी समस्या संवादहीनता की बनी हुई है।
सूत्रों की मानें तो अध्यक्ष सभासदों से सामान्य बातचीत भी नहीं करती हैं। स्थानीय सांसद डॉ महेश शर्मा और विधायक तेजपाल नागर के वरदहस्त के चलते अध्यक्ष का आत्मविश्वास जहां आसमान पर है, वहीं सभासद अपने अधिकारों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। उनकी बात पालिका का छोटे से छोटा कर्मचारी सुनने को तैयार नहीं है।पालिका में भ्रष्टाचार व्याप्त है। कई निशुल्क नागरिक सुविधाओं को मोटी घूस लेने के बाद प्रदान करने और घूस न मिलने पर आवेदक को चक्कर कटवाने के आरोप आम हैं। पालिका में फंड की कमी से विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं।
कोरोना काल के बाद से राज्य सरकार से मिलने वाला फंड नहीं आ रहा है। पालिकाध्यक्ष द्वारा इस संबंध में कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। नवनिर्वाचित सभासदों को अपने वार्ड में जनता के सवालों का जवाब देना मुश्किल हो रहा है।इन परिस्थितियों में अपने वार्ड के लोगों के सामान्य कामकाज न करा पाने से सभासदों में गहरा आक्रोश पनप रहा है। पिछले पंद्रह दिनों में इन्हीं सब कारणों से पालिका परिषद कार्यालय में सभासदों और पालिका कर्मियों के बीच कई बार मारपीट की नौबत आ चुकी है। इसके बावजूद पालिकाध्यक्ष अथवा अधिशासी अधिकारी द्वारा कोई कदम न उठाए जाने से भी माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। सभासदों द्वारा अपनी उपेक्षा के चलते अध्यक्ष और ईओ के विरुद्ध सड़क पर उतरने की तैयारी की जा रही है।