ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण : भ्रष्टाचार पर जो काम नरेंद्र भूषण, ऋतु माहेश्वरी ना कर सके, वो रवि एन जी ने 15 मिनट में कर दिया
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के नए सीईओ रवि एन जी प्राधिकरण की दशा और दिशा सुधारने के लिए रोज नए कार्यों को अंजाम दे रहे हैं ब्रह्सपति वार को प्राधिकरण के सीईओ रवि एन जी ने ऐसा कारनामा कर दिया जो इससे पहले के प्रसिद्ध सीईओ नरेंद्र भूषण और ऋतु माहेश्वरी नहीं कर सके थे ।
भ्रष्टाचार पर प्राधिकरण में आम शिकायतें रही हैं कि वहां कई विभागों में ऐसे लोग काम कर रहे हैं जो ना तो प्राधिकरण ना ही, प्लेसमेंट और ना ही संविदा पर है किंतु फिर भी गोपनीय फाइलों को इधर से उधर ले जाने में के काम करते हैं । प्राधिकरण में ऐसे अवैध कर्मचारी के द्वारा यहां अपने काम के लिए आने वाले किसानों आवंटियो से खर्चे के नाम पर पैसा दिलाया जाता है । ऐसे लोगों को तत्काल बाहर किया जाए प्रत्येक विभाग अध्यक्ष की ओर से प्रमाण पत्र भी जारी किया जाए
प्राधिकरण के कर्मचारी फाइल लाने और ले जाने वालों को 500 से 1000 रुपए किसानों और आवंटन से उनके काम करने के नाम पर दिला देते है । ये भ्रष्टाचार रवि एन जी से पहले मौजूद रहे सीईओ रितु माहेश्वरी और नरेंद्र भूषण को भी खूब दिखा होगा किंतु कभी इस खेल को बंद करने में में उन्होंने हाथ नहीं लगाया
बृहस्पतिवार को मुख्य कार्यपालक अधिकारी रवि कुमार एनजी ने देर रात बैठक में विभाग अध्यक्षों से कहां कि प्राधिकरण में अधिकारी ही नहीं कर्मचारी भी अपने सगे संबंधियों को कार्यालय में बिना मानदेय के काम करने के लिए लगा रखा है ऐसे लोगों को प्राधिकरण के शासन से संबंधित गोपनीय दस्तावेज देना खतरे से खाली नहीं है उन्होंने संदेश जारी करते हुए कहा कि यह काम विभाग अध्यक्षों की सहमति के बिना नहीं हो सकता था
रवि एन जी के इस फैसले के बाद ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में अफरा-तफरी मच गई और सीईओ की बैठक खत्म होने के 15 मिनट के अंदर ही प्राधिकरण में कर्मचारी बनकर काम कर रहे अवैध लोगों को बाहर कर दिया गया ।