राजेश बैरागी l आगामी लोकसभा चुनाव और जनपद गौतमबुद्धनगर में अपने वर्चस्व को लेकर संघर्षरत स्थानीय भाजपा नेताओं की साजिशों की काली छाया से आज सोमवार से शुरू हुई बाबा बागेश्वर धाम नाम से चर्चित पं धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की भागवत कथा का आयोजन भी अछूता नहीं रह सका। कथा शुरू होने से कुछ घंटे पहले हुई एक प्रेस वार्ता में अमृत कल्याण सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेश ठाकुर ने कथा आयोजन में शामिल कुछ लोगों की भूमिका खारिज कर दी।
यह ट्रस्ट ही कथा का आयोजन कर रहा है।नरेश ठाकुर ने कथा के लिए विशेष लोगों और मीडिया के लिए अब तक जारी पास को अवैध करार दिया। उन्होंने उनके हस्ताक्षर के बिना जारी पासों से यह कहते हुए पल्ला झाड़ लिया कि न तो उन्होंने कोई पास जारी किया है और न किसी को पास जारी करने के लिए अधिकृत किया गया है। उससे पहले सोशल मीडिया में ट्रस्ट के कथित लेटर पैड पर आए एक पत्र में नरेश ठाकुर की ओर से कहा गया कि उन्हें शैलेन्द्र शर्मा उर्फ शालू पंडित ने कथा के टैंट के बकाया 36 लाख रुपए दे दिए हैं।
इससे कल तक पूरे उत्साह से कथा आयोजन में जुटे दूसरी तीसरी पंक्ति के कार्यकर्ता आज मायूस और व्यथित नजर आए। उन्हें खुद और अपने परिजनों को कथा स्थल में प्रवेश नहीं मिल पाया। कथा स्थल पर आज काबिज हट्टे कट्टे लोग शैलेन्द्र शर्मा उर्फ शालू पंडित टीम द्वारा जारी पास और पासधारकों को कथा स्थल पर फटकने भी नहीं दे रहे थे। शैलेन्द्र शर्मा उर्फ शालू पंडित टीम को रोकने के लिए ट्रस्ट अध्यक्ष नरेश ठाकुर ने आज ही कमिश्नरेट पुलिस से भी सहयोग मांगा। आयोजकों के इसी झगड़े के कारण संभवतः आज कथा दो घंटे देरी से प्रारंभ हुई।
हालांकि बाबा बागेश्वर धाम फेम पं धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के अनोखे चमत्कारों से प्रभावित भक्तों को आयोजकों के बीच चल रही वर्चस्व की जंग से कुछ लेना-देना नहीं था। अनगिनत महिला पुरुष बच्चे बूढ़ों का जनसैलाब कथा स्थल पर उमड़ पड़ा। लोगों की भीड़ बाबा बागेश्वर धाम के जयकारे लगाती आ रही थी। कथा के आने वाले दिनों में भीड़ और बढ़ सकती है और स्थानीय भाजपा नेताओं की वर्चस्व की जंग भी।ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि कथा आयोजन में अपनी महती भूमिका स्थापित करने के लिए ठाकुर धीरेंद्र सिंह के आशीर्वाद की छाया में शैलेन्द्र शर्मा गुट पलटवार कर सकता है। इसके साथ ही स्थानीय मीडिया के दो गुटों में भी शीतयुद्ध की शुरुआत हो सकती है।