एनटीपीसी दादरी में 1980 में हुए जमीन अधिग्रहण के मामले में एक बार फिर से किसान सड़कों पर आ गए हैं। मंगलवार को सैकड़ों की तादाद में आए किसानों ने प्लांट के गेट पर जमकर हंगामा किया और वहां पर तालाबंदी का प्रयास किया। इस दौरान पुलिस और पीएसी के अधिकारियों ने हंगामा कर रहे किसानों को काफी समझाने का प्रयास किया। जब किसान नहीं माने तो पहले तो उन पर वाटर केनन और फिर बाद में लाठीचार्ज कर खदेड़ दिया गया। इसमें कुछ किसानों को चोट भी आई हैं।
वहीं किसानों के अनुसार, पुलिस ने किसान नेता सुखवीर खलीफा, ऊदल आर्य, प्रवीण चौहान, मुनीन्द्र समेत 30 से अधिक लोगों को हिरासत में ले लिया है, जिसमें महिलाएं भी शामिल हैं और गांवों में बड़ी संख्या में फोर्स तैनात कर दी गई है। हालांकि, पुलिस अधिकारी लाठीचार्ज की बात से इनकार कर रहे हैं।
किसानो के नाम पर राजनीति पर राजकुमार भाटी ने भी संभाला मोर्चा
किसानो के साथ लाठीचार्ज के समाचार आते ही समाजवादी पार्टी के एमएलए प्रत्याशी राजकुमार भाटी भी राजनीति के लिए उयतर पड़े है , उन्होने ट्वीटर पर लाठीचार्ज का विडियो ट्वीट कर कहा कि कर कहा, ‘घबराइये नहीं। कोई मर्डर या डकैती नहीं हुई है। आतंकवादी हमला भी नहीं हुआ है। बाबा की बहादुर पुलिस दादरी एनटीपीसी प्लांट पर शांतिपूर्वक धरना दे रहे किसानों को घेरकर पीटने के लिए दौड़ रही है। इस सरकार से उम्मीद ही क्या कर सकते हो? यूपी की भाजपा सरकार कू्रर हो चली है। महिलाओं पर वाटर कैनन का इस्तेमाल और लाठीचार्ज से भी उसके अफसर हिचक नहीं रहे हैं।
एक अन्य विडियो के साथ उन्होने दादरी विधायक तेजपाल नागर पर निशाना साधते हुए बहुत ही शर्मनाक बताया l एनटीपीसी प्लांट पर पुलिस लाठीचार्ज के बाद पीड़ित किसान, महिलाएं और बच्चे जब क्षेत्रीय विधायक के घर अपना दुखड़ा रोने गए तो माननीय विधायक जी ने घर के दरवाजे बंद कर लिये और मोबाइल स्विच ऑफ l आखिर लोकतंत्र में जनता किसलिए अपना प्रतिनिधि चुनती है ?
बहुत ही शर्मनाक l एनटीपीसी प्लांट पर पुलिस लाठीचार्ज के बाद पीड़ित किसान, महिलाएं और बच्चे जब क्षेत्रीय विधायक के घर अपना दुखड़ा रोने गए तो माननीय विधायक जी ने घर के दरवाजे बंद कर लिये और मोबाइल स्विच ऑफ l आखिर लोकतंत्र में जनता किसलिए अपना प्रतिनिधि चुनती है ? pic.twitter.com/BWq4tpa2v8
— Rajkumar Bhati (@rajkumarbhatisp) November 1, 2022