श्री राधा स्काई सोसाइटी मे आखिरकार बुजुर्ग दंपत्ति को मिला घर मे समान रखने का मौका, किराये दार आज करेगी फ्लैट खाली
बीते 20 दिनो से श्री राधा स्काई गार्डन सोसाइटी मे चल रहा फ्लैट मालिक ओर किरायेदार के बीच का झगड़ा अब समाप्त होता दिख रहा है I मीडिया मे लगातार इस पर समाचार आने ओर सोशल मीडिया मीडिया पर पड़ रहे दबाब के बाद आखिर कार महिला किरायेदार ने फ्लैट मे फ्लैट ओनर का समान रखे जाने की पर्मिशन दे दी ओर 29 जुलाई तक अपना समान खाली कर देने का भी आश्वाशन दिया है I एनसीआर खबर ने सबसे पहले 25 जुलाई को इस पर कवरेज की थी I
क्या है घटना ?
श्री राधा स्काई सोसाइटी मे एक साल पहले महिला ने खुद को सिंगल मदर बता कर फ्लैट किराये पर लिया था I फ्लैट ओनर मुंबई मे थे ओर रिटायर मेंट के बाद यहाँ 1 साल बाद आने थे I इस साल जून मे एग्रीमंट पूरा होने के बाद वो जब यहाँ अपना समान लेकर आए थे तो किरायेदार ने पहले तो मकान खाली करने को हाँ कह दिया लेकिन फिर बहाने बनाने लगी I इसी बीच उनका समान भरा ट्रक भी आ गया I मजबूरी मे अपना फ्लैट होते हुए भी उनको समान फ्लैट के बाहर लाबी मे ही रखना पड़ा I यहाँ तक कि फ्लैट ओनर को गर्मी के मौसम मे लगातार खुले मे बैठने के कारण अस्पताल मे भी भर्ती करना पड़ा जिसके बाद समाचार एनसीआर खबर ओर बाकी मीडिया मे आने पर किरायेदार ने आज उनको समान रखे जाने की इजाजत दी ओर इसे आज ही खाली करने का वादा भी किया है I
स्काई गार्डेन मे सेवानिवृत मकान मालिक हुए परेशान, परेशान, 15 दिन से खाली नही कर रही, घर के आगे समान रख कर बैठे है बेबस, टेनंट पर लगाया गुंडा प्रवृत्त होने का आरोप #NCRKhabar @Rakhigupta75 @Uppolice @noidapolice pic.twitter.com/XFmyUk61q8
— NCRKHABAR (@NCRKHABAR) July 25, 2022
किरायेदार का पक्ष
वहीं इस मामले पर महिला किरायेदार ने लगातार सोसाइटी वालो पर उनके खिलाफ साजिश करने ओर उनके पैसे मारने के आरोप लगाए ओर कहा कि कुछ लोग उसे बदनाम करने कि कोशिश मे लगे थे ओर वो सफल हो गए I
पुलिस की उदासीन भूमिका
इस पूरे प्रकरण मे फ्लैट ओनर जब पुलिस के पास अपनी शिकायत लेकर गए तो पुलिस ने इसे सिविल का मामला बता कर अपने हाथ खड़े कर दिये I अकेली महिला के कारण पुलिस दोनों पक्षो के समझोते से मामले को सुलझाने को कहती रही I लोगो ने इस मामले पर पुलिस कि कार्यवाही पर भी सवाल उठाए ओर पूछा कि अगर पुलिस भी कुछ नहीं कर सकेगी तो फिर आम आदमी अपने लिए नयाय के लिए कहाँ जाये
घटना के सबक
इस पूरे प्रकरण मे जो फ्लैट ओनर के पास सबसे कमजोर कड़ी थी, मकान मालिक ओर किरायेदार के बीच 100 के स्टम्प पर बनने वाला अग्रेमिएंट, जिसकी कानूनी मामलो मे कोई मान्यता नहीं होती ओर अक्सर नोएडा ग्रेटर नोएडा मे प्रापर्टी डीलर बनवा कर काम कर देते है I इससे जहां एक ओर सरकार को रेवेन्यू का नुकसाना होता है वहीं कानूनी मामलो मे फँसने पर इसकी कोई भी फाइदा नहीं होता है I ऐसे मे रेंट अग्रीमेंट हमेशा सही बनवाए