ग्रेटर नोएडा वेस्ट की हिमालय प्राईड सोसाइटी में सावन के महीने में शिवलिंग पर जल चढ़ाने के लिए शिवलिंग की स्थापना करना निवासियों को भारी पड़ गया है । शिवलिंग स्थापना के बाद हुए विवाद और उस पर बिल्डर द्वारा अनुमति न दिए जाने का नोटिस लगाने के बाद पुलिस ने सोशल मीडिया पर शिवलिंग का समर्थन कर रहे लोगों के खिलाफ कार्यवाही कर दी है ।
लोगो का आरोप है कि सोसाइटी के व्हाट्सएप ग्रुप में चल रहे समर्थन और विरोध के बीच पुलिस ने एकतरफा कार्यवाही करते हुए शिवलिंग स्थापना का समर्थन कर रहे लोगों के खिलाफ कार्यवाही कर दी है जबकि दूसरे पक्ष के लोगों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई
जानकारी के अनुसार कुछ दिन पहले हिमालय प्राईड सोसाइटी में सावन में भगवान शंकर पर जल चढ़ाने के लिए सोसाइटी के अंदर एक स्थान पर शिवलिंग की स्थापना कर दी गई सोसाइटी के अंदर आए व्हाट्सएप ग्रुप की जानकारी के अनुसार इस स्थान को काफी समय पहले बिल्डर ने सोसाइटी निवासियों से मंदिर बनाने की जगह बता कर चिन्हित किया था
हालांकि एनसीआर खबर ने जब इस मामले में बिल्डर दिनेश शर्मा को फोन करके उनका पक्ष जानने की कोशिश की तो उनका फोन रिसीव नहीं हो रहा था जिसके बाद बिल्डर मैनेजमेंट के मिस्टर आलोक से बात की गई जिस पर आलोक ने जानकारी ना होने की बात कहकर बात टालने की कोशिश की एनसीआर खबर में जब यह पूछा कि अगर आपको जानकारी नहीं है तो सोसाइटी में बिल्डर का इस प्रक्रिया में कोई सहयोग ना होने का नोटिस किसने लगाया है वह चुप हो गए और 2 घंटे बाद जानकारी देने की बात कहकर फोन रख दिया उसके बाद बिल्डर की तरफ से एनसीआर खबर को कोई जानकारी नहीं मिली
शाम को सोसाइटी निवासियों ने बताया की पुलिस की तरफ से कुछ लोगों को नोटिस जारी किए गए हैं यह सभी लोग सोशल मीडिया पर शिवलिंग स्थापना का समर्थन कर रहे थे ऐसे में निवासियों का सवाल है कि अगर किसी मामले को लेकर दो पक्षों में विवाद है तो सिर्फ एक पक्ष को ही पुलिस ने क्यों नोटिस भेजा है वहीं इस मामले पर एसीपी योगेंद्र सिंह ने पुलिस को बताया कि दोनों पक्षों को नोटिस भेजे जा रहे हैं बिल्डर की बिना अनुमति आधी रात को शिवलिंग स्थापना के कारण विवाद करने पर दोनों ही पक्षों पर कार्यवाही की गई है इस बात को लेकर बिल्डर ने पुलिस को शिकायत दी थी कि उसने मंदिर के लिए कोई स्थान निर्धारित नहीं किया है और कुछ लोगों ने आधी रात को शिवलिंग की स्थापना कर दी है
ओ सी और निर्माण में अनियमितताओं को लेकर निवासियों और बिल्डर में पहले भी रहा है विवाद
जानकारी के अनुसार अभी तक सोसाइटी में बिल्डर को डी टावर के लिए ओ सी नहीं मिला है उसके बावजूद बिल्डर ने लोगों को यहां रहने को फ्लेट दे दिए हैं जिसको लेकर निवासियों और बिल्डर में लगातार विवाद चलता रहता है एनसीआर खबर को मिली जानकारी के अनुसार कुछ निवासियों ने बिल्डर पर दो टावर के बीच की दूरी को लेकर गलत निर्माण को लेकर भी अथार्टी मे केस कर रखा है और ओ सी ना मिलने के दबाव के चलते निवासी यह कह रहे हैं कि अगर शिवलिंग की स्थापना कर दी गई तो बिल्डर को ओ सी नहीं मिलेगी और इसी को लेकर समर्थक और विरोधी निवासियों में सोशल मीडिया पर एक दूसरे पर आरोप लगाए गए,वहीं पुलिस के अनुसार बिल्डर ने मंदिर स्थापना या शिवलिंग की स्थापना के लिए कोई लिखित हामी नहीं भरी है और उसकी शिकायत पर कानून व्यवस्था स्थिर रखने के लिए यह नोटिस जारी किए गए हैं
सोसाइटी के सामने सड़क पार बैठते है अवैध स्ट्रीट वेंडर
वही एनसीआर खबर की जांच में यह भी सामने आया कि सोसाइटी के सामने सड़क पार बने फुटपाथ एरिया में स्ट्रीट वेंडर्स भी बैठे हैं जिनके लिए कोई अधिकृत अप्रूवल नहीं है ऐसे में सवाल यह है कि जब सोसाइटी के अंदर मार्केट बना है तो इन अवैध स्ट्रीट वेंडर्स को अनुमति किसने दी है क्या यह बिल्डर की अनुमति से बैठ रहे हैं यदि नहीं इनको किसका संरक्षण प्राप्त है