सावन माह में नेफोवा में है बदलाव की तैयारी : नए चेहरों की तलाश जारी, क्या श्वेता भारती पर शुभ्रा सिंह, शिप्रा गुप्ता और रंजना भारद्वाज जैसे नए चेहरे पड़ेंगे भारी

बदलाव प्रकृति का नियम है और स्वयं को ग्रेटर नोएडा में फ्लैट बायर्स की सबसे बड़ी संस्था होने का दावा करने वाली संस्था नेफोवा में भी इन दिनों बदलाव की बयार बहनी शुरू हो रही है । जून के महीने में पुरानी कार्यकारिणी के 3 वर्ष पूरे होने पर भंग कर दिया गया । जिसमें कार्यकारिणी सदस्यों समेत अध्यक्ष अभिषेक कुमार ने भी इस्तीफा दिया, सदस्यों के प्रार्थना के बाद अभिषेक कुमार पुन: अध्यक्ष बने और यह तय हुआ कि सावन के महीने नई टीम का गठन किया जाएगा


टीम में ऐसे सदस्यों की आवश्यकता है जो घर खरीददारो के मुद्दों, सामाजिक एवं सिविक इस्यू को लगातार उठाकर उसको दूर करने का प्रयास करेंगे तथा संस्था को आगे लेकर जाने वाले एक्टिव सदस्यों को पदाधिकारी के लिए वरीयता दी जाएगी। नए सदस्यों को जोड़ने के लिए जल्द ही सदस्यता अभियान चलाया जाएगाl

कार्यकारणी भंग के बाद नेफोवा अध्यक्ष अभिषेक कुमार के जारी संदेश का अंश

यहीं से माना जा रहा है कि क्या अभिषेक कुमार इस बार कार्यकारिणी में कुछ नए चेहरों को स्थान देने वाले हैं ? नेफोवा के सूत्रों की मानें तो विकास कटियार, मनीष कुमार, दिनकर, दीपांकर कुमार, इदरीश कुमार जैसे कुछ चेहरों को अगर छोड़ दिया जाए तो कई बदलाव इस बार आ सकते हैं ।

खास तौर पर नेफोवा की सेक्रेटरी रही श्वेता भारती के स्थान पर कई नए महिला चेहरे सामने आ सकते हैं जिनमें बीते दिनों चर्चा में लगातार रही रंजना भारद्वाज शुभ्रा सिंह, शिप्रा गुप्ता और ज्योति जयसवाल के नाम प्रमुख हैं । कहा जा रहा है कि श्वेता भारती इन दिनों संगठन के कार्यों में कम समय दे पा रही हैं ऐसे में उनके स्थान पर नए बदलाव इस सावन के महीने में हो सकते हैं



नए चेहरों में से एक शुभ्रा सिंह नेफोवा के उस प्रतिनिधिमंडल में भी शामिल रही हैं जो मुख्यमंत्री से रविवार को मिला है, इससे पहले भी वो मुख्यमंत्री के सामने समस्याओं को लेकर एक प्रेजेंटेशन दे चुकी हैं जिसकी प्रशंसा स्वयं जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने एनसीआर खबर से की थी

बीते कुछ महीनों में रंजना भारद्वाज लगातार कई आंदोलन में प्रमुख चेहरे के तौर उभरी है । इको विलेज एक के गेट पर 30 दिनों तक चले आंदोलन का प्रमुख चेहरा भी रही है ।

यह भी माना जा रहा है कि इस बार कार्यकारिणी में उन चेहरों नए और पुराने चेहरों को प्रमुखता दी जाने की संभावना है जो संगठन के कार्यों में लगातार भाग ले सकें नेफोवा के सूत्रों की माने तो कार्यकारिणी भंग होने वाले दिन भी श्वेता भारती समेत कई कार्यकर्ता अनुपस्थित थे और लगातार अभिषेक कुमार सदस्यों के कार्य न करने, मीटिंग में ना आने से इतने व्यथित हो चुके थे कि उन्होंने खुद भी अपना इस्तीफा दे दिया और सख्त लहजे में लोगों से कहा कि अगर मैं भी काम नहीं कर पा रहा हूं तो आप अध्यक्ष पद पर मेरा भी विकल्प ढूंढ लीजिए जिसके बाद नेफोवा की उस मीटिंग में सदस्यों ने अभिषेक कुमार को पुनः अध्यक्ष बनने की प्रार्थना करते हुए इस बात के लिए फ्री हैंड दिया कि वह नए काम करने वाले चेहरों को अगर आगे बढ़ाएंगे तो किसी को एतराज नहीं होगा ।

इस तरीके की किसी घटना की उनको कोई जानकारी नहीं है वह संस्था के साथ बीते 12 साल से जुड़ी हुई है और लगातार काम करती रही है और आगे भी काम करती रहेंगी । कार्यकारिणी भंग होने वाले दिन उपस्थित ना होने की वजह मीटिंग लेट इवनिंग में रक्खा जाना था, जिस कारण वह उस दिन वहां भाग नहीं ले सकी थी

श्वेता भारती, पूर्व महासचिव नेफोवा

ऐसे में 4 जुलाई से शुरू हो रहे सावन के महीने में नेफोवा की नई कार्यकारिणी के गठन की तिथि का इंतजार सभी को रहेगा और साथ में यह भी इंतजार रहेगा कि किन नए चेहरों को नेफोवा अपने कार्यकारिणी में स्थान देता है।