NCRKhabar Influencers 2021 GBNagar : वो 10 चर्चित चेहरे जिन्हे आप याद रखना चाहेंगे

वर्ष 2021 जा रहा है इस वर्ष कई ऐसे लोगो ने अपनी छाप लोगो के ह्रदय पर छोड़ी जिनको याद करना जरूरी हैं। 2021 में तमाम लोगो ने ऐसे काम किए जिनमें से 10 लोगो को एनसीआर खबर के समूह सपादक आशु भटनागर ने आपके लिए संकलित किया है ये सभी लोग कोरोना महामारी के बाबजूद अपने अपने क्षेत्र में अभूतपूर्व तरीके से सामने आए और चर्चा में आए
1 ) सुहास एल वाई
गौतम बुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई (Suhas Lalinakere Yathiraj) जिले के चर्चित वायक्तियों की लिस्ट मे सबसे पहले स्थान पर रहे है I कोविड काल मे तमाम सरकारी जिम्मेदारियों के बावजूद जिस तरह इस पैरालिंपिक की तैयारी की और जैसे देश का परचम लहराया, उसकी कहानी भारत के स्पोर्ट्स कल्चर की नई गाथा है। सारे दिन गौतम बुद्ध नगर के कलेक्ट्रेट की जिम्मेदारियों, विकास योजनाओं और शासकीय कामों की मॉनिटरिंग के बाद सुहास रात को टोकियो पैरालिंपिक की प्रैक्टिस किया करते थे। खेलों के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए वर्ष 2021 का अर्जुन अवॉर्ड (Arjuna Award to Suhas LY) भी मिला है I वह देश के पहले ऐसे अधिकारी हैं, जिन्हें पैरालिंपिक में हिस्सा लेने का मौका मिला था और उन्होंने सिल्वर मेडल अपनी झोली में डाला। सुहास इससे पहले युगांडा पैरा बैडमिंटन इंटरनैशनल टूर्नामेंट में कांस्य पदक और तुर्की इंटरनैशनल बैडमिंटन टूर्नामेंट में पुरुष सिंगल्स का खिताब जीत चुके हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी कहा कि जिलाधिकारी के गुरुतर दायित्व का निर्वाह करते हुए अपने चुने हुए खेल (पैरा बैडमिंटन) में सफलता हासिल करना सभी युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है. इससे प्रदेश का गौरव बढ़ा है I
2 )सुरेन्द्र सिंह नागर
गौतम बुध नगर से राजसभा सांसद सुरेन्द्र सिंह नागर इस वर्ष जिले के दूसरे बड़े चर्चित चेहरे रहे I गौतम बुध नगर मे सम्राट मिहिर भोज प्रकरण मे गुर्जर ओर ठाकुर समुदाय के बीच बदती खाई को रोकने के लिए भाजपा को आखिरकार उनका सहारा ही लेना पड़ा I खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हे मच से अपना पुराना साथी बताते हुए जिले की राजनीति मे उनके बड़े कद को साबित किया इससे पहले भाजपा ने राज्यसभा सदस्य सुरेंद्र सिंह को प्रदेश उपाध्यक्ष का पद दिया I दरअसल, भाजपा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गुर्जर बिरादरी में अपनी पैठ मजबूत करना चाहती है। इसलिए सुरेंद्र सिंह नागर को सपा से भाजपा में लाकर राज्यसभा भेजा गया। सुरेंद्र सिंह देश के उन छह सांसदों में शामिल किए गए हैं, जिन्हें सभापति की गैरमौजूदगी में उनकी कुर्सी पर बैठकर संसद चलाने का मौका मिलेगा। क्षेत्र के किसी नेता को ऐसा गौरव अभी तक नहीं मिला है। साथ ही पार्टी चाहती है कि सुरेंद्र संगठन के कामकाज में रुचि लें। आपको बता दें कि सुरेंद्र सिंह नागर को राजनीति में करीब 25 साल का अनुभव है। वह गौतमबुद्ध नगर लोकसभा क्षेत्र के पहले सांसद भी रह चुके हैं। सपा से भी राज्य सभा सदस्य रहे हैं।
3) आलोक सिंह
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जब नोएडा में प्रशासनिक बदलाव करते हुए यहां पर कमिश्नर सिस्टम लागू किया तो गौतमबुद्ध नगर का कमिश्नर आलोक सिंह को बनाया गया I उनके आने से पहले यहाँ अपराध को लेकर तमाम समस्याएं थी I नोएडा जैसे हाइटेक शहर मे पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे थे I मूल रूप से अलीगढ़ के रहने वाले आलोक सिंह को डीजीपी के सिल्वर और गोल्ड डिस्क से सम्मानित किया जा चुका है। उन्होंने इटली और कैम्ब्रिज यूनिवसिर्टी में पुलिस ट्रेनिंग भी ली है। इसके अलावा सोनभद्र जिले में नक्सल क्षेत्रों में अच्छा काम करने पर उन्हें राष्ट्रपति का वीरता पदक दिया गया था। उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर के पुलिस आयुक्त आलोक सिंह ने दावा किया कि गौतम बुद्ध नगर क्षेत्र में अपराध (Crime) की घटनाओं में काफी कमी आई है. उन्होंने बताया कि महिलाओं के खिलाफ अपराधों में भी काफी कमी आई है. जबकि यातायात को दुरुस्त करने के लिए आयुक्त प्रणाली के तहत विशेष योजना बनाई गई है जिसकी वजह से सड़क दुर्घटनाओं में कमी आई है और यातायात के नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है हालांकि बीच मे क्रेटा कार प्रकरण मे नोएडा पुलिस सवालो के घेरे मे रही लेकिन आलोक सिंह अपने कार्यो से अपनी ओर नोएडा पुलिस की अच्छी छवि बनाने मे कामयाब रहे
4 ) विजय भाटी
इस साल भारतीय जनता पार्टी मे पर्दे के पीछे के इस राजनैतिक खिलाड़ी ने भी खूब चर्चा पाई I विजय भाटी गौतम बुध नगर मे लगातार दूसरी बार जिलाध्यक्ष के पद पर रहे है I जिलाध्यक्ष बनने के बाद से उनके नेत्रत्व मे पार्टी सारे चुनाव जीती है लेकिन 2021 मे जिला पंचायत चुनावो मे विजय भाटी की व्यूहरचना ने पार्टी के बाहर ओर अंदर सभी विरोधियो को चित कर दिया , विजय ने 5 में से 3 सीट दिलवा कर और अपना ही जिलापंचायत अध्यक्ष बनवा कर एक बार फिर से जिले का चाणक्य घोषित किया। शांति से पार्टी के काम करने वाले विजय भाटी सम्राट मिहिर भोज जाति प्रकरण मे भी खुद को विवादो से बचाने मे सफल रहे I उनकी पार्टी प्रतिबाधिता का अंदाज़ा आप इस बात से लगा सकते है कि मुख्यमंत्री के नोएडा मे सम्राट मिहिर भोज आगमन के समय बेटे के डेंगू से गंभीर रूप से पीड़ित होने के बाबजूद वो दोनों तरफ खड़े रहे ओर दोनों ही जिम्मेदारियों का सफलता से निर्वाहन किया I विजय भाटी जिले मे गुर्जर ओर गैर गुर्जर दोनों ही लोगो के बीच अपना स्थान बनाने मे सफल रहे है संघठन में उनकी प्रतिबद्धता और लोकप्रियता का ही असर है कि भाजपा क्षेत्र में अविजित प्रतीत हो रही है I मीडिया मे तमाम बार उनका नाम इस बार दादरी सीट से विधायक के दावेदार के लिए उछला लेकिन उन्होने कभी इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी ।
5) अभिषेक कुमार
नोएडा मे फ्लैट बाएर्स कि समस्याओ को लेकर लगातार बिल्डर ओर प्रशसन से लड़ने वाले अभिषेक कुमार भी इस साल खूब चर्चा मे रहे है I उनके कार्यो की लोकप्रियता इस स्तर तक आई की लोग उन्हे दादरी से जनप्रतिनिधि के लिए सोशल मीडिया पर वोट भी किए I हालांकि उन्होने एनसीआर खबर से इस बारे मे कहा कि वो जीवन मे कभी चुनाव नहीं लड़ेंगे ओर सिर्फ लोगो की सेवा ही करेंगे I लोगो की समस्यायों को लेकर उनकी बैठक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी लखनऊ मे हुई जहां उन्होने नोएडा के फ्लैट बाएर्स कि समस्याओ को रखा I अभिषेक इस साल ग्रेटर नोएडा वेस्ट मे खास तोर पर जिला अस्पताल ओर सरकारी स्कूलो कि मांग सरकार से करते भी नज़र आए I उन्होने एनसीआर खबर से कहा कि उन्हे मुख्यमंत्री योगी सरकार से कोई शिकायत नहीं लेकिन स्थानीय स्तर पर समस्याओ को चुनावो से पहले कहना भी ज़रूरी है ताकि उनकी सुनवाई भी हो सके । वो स्थानीय कामों को लेकर अपनी नाराजगी स्थानीय विधायक से दिखाने में भी पीछे नहीं रहे । हालांकि ग्रेनो अथार्टी से अधिकारियों से संबंधों को लेकर उन पर सवाल उठे कि जितना विरोध जनप्रतिनिधि का किया उतना विरोध वो अधिकारियों का नहीं कर पाए । जबकि अधिकारियों के लापरवाही कारण भी क्षेत्र में कई विकास कार्य नही हो सके
6) पंखुड़ी पाठक
नोएडा की भाजपा मय राजनीति मे कांग्रेसी की ओर से लड़की हूँ लड़ सकती हूँ की आवाज़ को बुलंद करते हुए इस साल कांग्रेस की सोशल मीडिया वाइस चेयरपर्सन पंखुड़ी पाठक भी खूब चर्चित हुई I प्रियंका गांधी के महिलाओ को 40 प्रतिशत टिकट देने से उत्साहित पंखुड़ी नोएडा मे कोरोना के समय गांवो ओर फ्लैट्स मे सैनिटाइजेशन करवा कर खूब चर्चा मे आई I नोएडा मे वर्तमान विधायक पंकज सिंह के खिलाफ माहोल बनाने पंखुड़ी ने खूब मेहनत की जहां जहां लोग पंकज सिंह से नाराज़ दिखे वहाँ पंखड़ी ने जाने मे देर नहीं लगाई हालांकि कांग्रेस से उन्हे टिकट अभी मिल पाएगा इसकी लड़ाई अभी बाकी है I कांग्रेस से ही ब्राह्मण ओर वैश्य समुदाय के अन्य दावेदार उनके सामने चुनोती बरकरार रखे हुए है
7) सुखवीर खलीफा
देश के किसान आंदोलन से अलग नोएडा अथार्टी के कार्यकलापों के खिलाफ नोएडा के एक फौजी ने आवाज़ बुलंद की ओर उन आंदोलन को लगातार 100 से जययदा दिन तक सफलता से चलाकर गाँव के लोगो की आवाज़ बने सुखवार खलीफा भी इस वर्ष खूब चर्चा मे रहे I लोगो ने सुखवीर मे अपना मसीहा देखा तो विरोधियो ने उन पर राजनीति के आरोप लगाए, कुछ ने उन्हें समाजवादी पार्टी से प्रायोजित तक बता दिया लेकिन वो अपनी मांगो ओर जगह से नहीं हिले I ओर दो दिन पहले उन्हे अस्पताल मे एड्मिट तक कराना पड़ा I उनके आंदोलन को विपक्ष के सभी नेताओ अपने अपने मतलब के लिए समर्थन तो दिया लेकिन अभी तक इसका परिणाम क्या निकलेगा ये समय बताएगा
8 )अशोक श्रीवास्तव
कोरोना के मायूसी के दौर मे जब लोग भूखे थे, तो तमाम लोगो ने उनको भोजन दिया, जब लोगो को वैक्सीन की ज़रूरत थी तो भी लोगो ने उनको वैक्सीन दी लेकिन एक ऐसा शख्स जिसने लोगो को इस साल इन सब के साथ जीने की उम्मीद भी दी उनका नाम है नवरतन फाउंडेशन के अशोक श्रीवास्तव । कभी नोएडा से चुनाव लड़ कर हार जाने के बाबजूद हौसला ना खोने वाले अशोक श्रीवास्तव इस महामारी के समय लोगो के मोटीवेशनल ओर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की पूरी सीरीज लेकर आए ओर उनको लोगो को जीने की नयी दिशा देने के प्रयासो मे लगे रहे I तमाम तरीके लोगो की मदद के बीच उन्होने लगभग 2000 से ज्यादा ऐसे कलाकारो तक को राशन ओर अन्य मदद पहुंचाने मे मदद की जो कोरोना के चलते किसी से कह भी नहीं पा रहे थे कि उनको भी मदद चाहिए ।
9) जोगिंदर सिंह
गौतम बुध नगर मे कूत्तों ओर कुत्ता प्रेमियो के नाजायज कार्यो के खिलाफ एक शख्स चट्टान कि तरह उभरा ओर पूरे साल उनकी तमाम गलत बातों से अकेला ही लड़ता रहा I आम्रपाली जोड़िएक सोसाइटी एओए के अध्यक्ष जोगिंदर सिंह की चर्चा भी इस साल रही I उनके आक्रामक रवैये की लोगो ने तारीफ की ओर आलोचना भी की लेकिन कुत्तो प्रेमियो द्वारा सोसाइटी मे जारी गलत कामो के लिए आवाज़ उठाने मे जोगिंदर ने बड़ी लड़ाई लड़ी I उन्होने अपनी सोसाइटी मे कानून का सहारा लेते हुए ऐसे क्षेत्रो मे आवारा कूतों को फीड करने पर रोक लगाई जहां लोगो का आवागमन होता था I जोगिंदर सिंह ने आम्रपाली प्रकरण में भी न्यायालय में लोगो के लिए लड़ाई लड़ी और सोसाइटी के लोगो को उनके फ्लैट की रजिस्ट्री में मदद की
10) वंदिता श्रीवास्तव
आम तौर पर सरकारी अधिकारी के नामों की चर्चा गलत तरीके से ही लोग करते हैं लेकिन जिले में 2021 में आई एडीएम फाइनेंस वंदिता श्रीवास्तव को इस साल उनके अच्छे कामों के लिए भी खूब याद किया गया वंदना ने लोगों की शिकायत पर नोएडा के फ्लैट की रजिस्ट्री के पीछे हो रहे घोटाले को पकड़ा जहां राजस्व की चोरी हो रही थी और उस पर अर्थदंड लगाया वही साल के अंत आते आते वक्त आने डूब क्षेत्र में हो रही अवैध रजिस्ट्रीओं को बंद कर दिया जिसके कारण लोगों में एक बार फिर से सरकार और सरकारी अधिकारियों के लिए आशा किरण 2022 में बढ़ गई है