दादरी विधान सभा में आम आदमी पार्टी के पूर्व प्रभारी हरदीप भाटी और उनके पिता अपने समर्थकों के साथ लखनऊ जाकर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए । उनसे पहले आम आदमी पार्टी से ही एक अन्य बड़े नेता मनवीर भाटी भी बसपा में जा चुके है । दादरी विधानसभा सीट पर दो बड़े गुर्जर नेताओ का जाना आम आदमी पार्टी के लिए मुश्किल खड़ी कर दिया है । पार्टी जानकारो की माने तो गुर्जर बाहुलय सीट पर ठाकुर प्रत्याशी को सीट देना पार्टी को सबसे बड़ी गलती साबित होने जा रही है ।
एनसीआर खबर ने हरदीप भाटी से समाजवादी पार्टी में जाने के कारणों पर बात की तो उन्होंने पार्टी में जाति विशेष के लोगो को ही आगे रखने के आरोप लगाए हुए कहा कि टिकट के लिए वो अपनी जाति का स्वाभिमान नही गिरा सकते थे । उन्होंने जिलाध्यक्ष के साथ हुए पूर्व में एक विवाद को कारण बताते हुए बताया कि इसके बाद प्रदेश प्रभारी ने अपने जाति के जिलाध्यक्ष के पक्ष लेते हुए उनसे माफी मांगने को कहा लेकिन उन्होंने माफी मांगने के बजाए अपनी जाति के सम्मान के लिए पार्टी छोड़ना उचित समझा ।
समाजवादी पार्टी में जुड़ने के लिए टिकट की बात बार उन्होंने स्पष्ट कहा कि टिकट मांगने सबका हक है बाकी पार्टी जो तय करेगी वो उसका सम्मान करेंगे ।
ऐसे में 2 कद्दावर गुर्जर नेताओ के जाने के बाद दादरी विधानसभा सीट पर आदमी पार्टी अब अपने प्रत्याशी के लिए किस तरह प्रचार कर पाएगी इसका सवाल बड़ा हो गया है । आम आदमी पार्टी दादरी से जुड़े एक प्रत्याशी ने नाम न छापने की शर्त पर एनसीआर खबर को बताया कि पार्टी का दादरी सीट पर पहले ही जनाधार नही था लेकिन हरदीप भाटी जैसे युवा को साल भर पहले प्रभारी बना कर जो आधार पार्टी ने क्षेत्र में बनाया था वो उनके जाने से खतम हो गया है ऐसे में पार्टी का चुनाव जाति प्रेम में खत्म होता दिख रहा है
आम आदमी पार्टी के जिला प्रवक्ता अरविंद सिंह ने ऐसे आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि जब भी कोई पार्टी छोड़ता है तो ऐसे आरोप लगाता है इन नेताओ के पार्टी छोड़ने से चुनाव में कोई फर्क नहीं पड़ेगा । गुर्जर बाहुलाय सीट पर ठाकुर को टिकट देना आत्मघाती राजनीति को जगह सही को टिकट देने की राजनीति है ।