पांचवीं नवरात्रि आज, स्कंदमाता की इस विधि से करें पूजा, नोट कर लें शुभ मुहूर्त, भोग, मंत्र और मां की आरतीनवरात्रि के पांचवे दिन मां के पंचम स्वरूप माता स्कंदमाता की पूजा- अर्चना की जाती है। कार्तिकेय स्कंद कुमार की माता होने के कारण इन्हें स्कंद माता भी कहा जाता है । मां अपने भक्तों पर पुत्र के समान स्नेह लुटाती हैं। मां की उपासना से नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है। मां का स्मरण करने से ही असंभव कार्य संभव हो जाते हैं।
स्कंदमाता का मंत्र…
या देवी सर्वभूतेषु माँ स्कंदमाता रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।
शुभ मुहूर्त-
- ब्रह्म मुहूर्त- 04:40 ए एम से 05:29 ए एम
- अभिजित मुहूर्त – 11:45 ए एम से 12:31 पी एम
- विजय मुहूर्त – 02:04 पी एम से 02:51 पी एम
- गोधूलि मुहूर्त – 05:45 पी एम से 06:09 पी एम
- रवि योग – 02:44 पी एम से 07:54 पी एम