जो महामारी के वक्त हो गए थे फ़रार
सड़कों पर मरने दिया लाचार
ऑक्सीजन, बेड तक का नहीं किया इंतज़ाम
अब ज़रुरत के वक्त मदद करने वालों को ही
बेइमान बता रहे हैं
ये फिर सुनहरे वादों की सब्ज़बाग़ लाए हैं
बहरुपिए लौट आए हैं
भगौड़े लौट आए हैं
एनडीटीवी के पत्रकार मिहिर गौतम की लिखी कविता आज सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है समझा जा रहा है कि कोरोना के कठिन समय के दौरान गौतम बुध नगर के अधिकारियों, सांसदों और विधायकों के गायब रहने पर एक कविता लिखी गई ।
दरअसल 15 अप्रैल के आसपास गौतमबुद्ध नगर सभी विधायक सांसद जनप्रतिनिधि किसी ना किसी बहाने से जनता की मदद के लिए दिखाई देना बंद हो गया था जिसके बाद वह सीधे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आने के 2 दिन पहले से एक्टिव हुए जिसके लिए काफी गौतम बुध नगर में जनप्रतिनिधियों को लेकर काफी सवाल भी उठे थे हालांकि कुछ जनप्रतिनिधि ट्विटर पर एक्टिव देखे थे लेकिन लोगों की मदद ना हो पाने के कारण लगातार उस समय सवाल उठे थे।
लोगों की इसी हताशा और गुस्से का परिणाम एनसीआर खबर पर हुए एक सर्वे में भी दिखा जहां दादरी विधायक तेजपाल नागर एक समाजसेवी अभिषेक कुमार से हार गए । सर्वे में पूछा गया था की कोरोना कॉल में दादरी ग्रेटर नोएडा वेस्ट में आप किस जनप्रतिनिधि के कार्यों से खुश हैं ऐसे में में अब नेताओं द्वारा की जारी पोस्टर बाजी से आहत होकर पत्रकार मिहीर गौतम ने यह कविता लिखी जिसे काफी पसंद किया जा रहा है