उत्तर प्रदेश में बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। हाथरस और बदायूं के बाद अब उन्नाव की जघन्य घटना इसका प्रमाण है। न्याय मांगने पर पीड़ितों की आवाज दबाने का काम हो रहा है। इस असुरक्षित माहौल में उन्नाव की घटना में बची बेटी का बेहतर इलाज और उसकी सुरक्षा जरूरी है।बची हुई तीसरी बेटी की हालत की प्रशासन ठीक से जानकारी नहीं दे रहा है, उसकी जान को भी खतरा है । उपरोक्त बाते आप आदमी पार्टी की प्रदेश सचिव व गौतमबुद्ध नगर जिला प्रभारी मीनाक्षी श्रीवास्तव ने आज एक पत्रकार वार्ता में कही।
पत्रकारवार्ता का आयोजन आप गौतमबुद्ध नगर के महिला प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष श्रीमती प्रीती उपाध्याय ने किया और बोलते हुए कहा कि उन्नाव मामले की स्वतंत्र एजेन्सी से निष्पक्ष जांच हो और परिवार को मुआवजा मिले।। प्रेसवार्ता में मौजूद गौतमबुद्ध नगर जिलाध्यक्ष भूपेंद्र जादौन ने बताया कि स्वास्थ्य और विकास के मुद्दे पर भी योगी सरकार पूर्णरूप से फेल है और कहा कि सरकार मिशन शक्ति जैसे प्रचार अभियान के शोर में बेटियों की चीखें दबाकर उनकी सुरक्षा के झूठे दावे कर रही है। ऐसी घटनाओं से महिलाओं के मन में बेहद आक्रोश और खौफ बैठ चुका है। योगी सरकार महिलाओं, बेटियों की हिफाजत करने में फेल साबित हुई ।
जिला महासचिव एवं पार्टी प्रवक्ता संजीव निगम ने जानकारी दी कि आज दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र पाल गौतम व आम आदमी पार्टी के महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष नीलम यादव ने उन्नाव में पीड़ित परिवार से जाकर मुलाकात की और हर सम्भव मदद करने का भरोसा दिया। महिला प्रकोष्ठ की जिला उपाध्यक्ष अनिता चौधरी व सोशल मीडिया प्रभारी रुबीना भी उपस्थित रही।